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आज की क्विज 30.1.2011

1. गैर, गवरी, राई, युद्ध, द्विचकी आदि किस जनजाति के लोकनृत्य है?

उ. भील

2. इंडोणी, शंकरिया, पणिहारी तथा बागडया किस जाति द्वारा किए जाने वाले नृत्य है?

उ. कालबेलिया जाति द्वारा (ये सब कालबेलिया नृत्य के ही प्रकार हैं)

3. राज्य की कामड़ जाति के महिला व पुरूषों द्वारा बाबा रामदेव की आराधना में किया जाने वाला नृत्य का नाम क्या है जिसमें तेरह मंजीरों का उपयोग किया जाता है?

उ. तेरहताली नृत्य

4. बम नृत्य किस क्षेत्र का प्रसिद्ध लोक नृत्य है?

उ. भरतपुर तथा अलवर का

5. बिदौरी नृत्य किस जिले का प्रमुख नृत्य है?

उ. झालावाड का

6. भवाई जाति द्वारा किया जाने वाला भवाई नृत्य किस संभाग का नृत्य है?

उ. उदयपुर संभाग का

7. जसनाथी सम्प्रदाय का प्रसिद्ध लोकनृत्य क्या है?

उ. अग्नि नृत्य

8. गींदड, चंग व ढप नृत्य किस क्षेत्र के लोक नृत्य है?

उ. शेखावाटी क्षेत्र

9. चरी नृत्य (किशनगढ़ क्षेत्र) मूलतः किस जाति का नृत्य है?

उ. गुर्जर जाति का

10. मेव जाति द्वारा किए जाने वाले लोक नृत्यों के नाम क्या हैं?

उ. रणवाजा व रतवई नृत्य

11. मावलिया तथा होली नृत्य किस जनजाति के लोकनृत्य है?

उ. कथौडी जनजाति के

12. कठपुतली नृत्य किस जाति द्वारा किया जाता है?

उ. नट जाति द्वारा

13. ढोल नृत्य किस जिले में किया जाता है?

उ. जालोर में

14. किन तीन नृत्यों की मूल रचना समान है?

उ. गैर, गींदड़ व डांडिया

15. गणगौर पर महिलाओं द्वारा किया जाने वाला नृत्य कौनसा है?

उ. घूमर

16. हाड़ोती की कंजर बालाओं द्वारा किया जाने वाला नृत्य है?

उ. चकरी नृत्य

17. किस नृत्य में नगाड़े के साथ रसिया गाया जाता है?

उ. बमरसिया या बम नृत्य

18. किस लोकनृत्य को राई नृत्य भी कहा जाता है?

उ. गवरी

19. गैर नृत्य मेवाड़ के अलावा किस जिले का प्रसिद्ध है?

उ. बाड़मेर का

20. राजस्थान की सपेरा जाति द्वारा किया जाने वाला नृत्य है?

उ. कालबेलिया नृत्य

Comments

  1. APKA VASTAV ME BAHUT BAHUT SHUKRIYA....MAIN SAMAJHATA HU... RAJASTHAN ME AGAR KOI GK KE PRATI SAMARMIT SITE HAI TO YAHI HAI...... AAPKA UPKAR HAI.. HUM JAISE CMPTITION TAIYARI KARNE WALO PAR....JAI HIND

    ReplyDelete
  2. महावीर जी प्रयास को सराहने के आपका हार्दिक धन्यवाद। इसी प्रकार स्नेह बनाए रखें।

    ReplyDelete
  3. महावीर जी हमने ये एक छोटा सा और तुच्छ प्रयास शुरु किया। आपने इसके बारे में बहुत बड़ी बात कही जिसका हम अत्यंत सम्मान करते हैं। 8-9 माह के अल्प अंतराल में ही आप सभी पाठकों के उत्साहवर्धन के कारण ही ये कारवाँ इतना आगे बढ़ा। आप सभी के हम बहुत ही आभारी हैं।

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