Skip to main content

राजस्थान के राज्यपाल -
Governors of Rajasthan


नाम, कार्यकाल एवं विशिष्ट विवरण

1. श्री सवाई मानसिंह महाराज
Shri Sawai Man singh Maharaj
30-03-1949  to  31-10-1956

2.
श्री गुरुमुख निहाल सिंह
Sh. Gurumukh Nihal Singh
01-11-1956  to  15-04-1962

3.
श्री सम्पूर्णानंद
Sh. Sampurnanand
16-04-1962  to  15-04-1967

4.
श्री हुकुम सिंह
Sh. Hukum Singh
16-04-1967  to  1911-1970,
24-12-1970  to  30-06-1972

5.
श्री जगत नारायण
Sh. Jagat Narayan
20-11-1970  to  23-12-1970
कार्यवाहक Acting

6.
श्री जोगिन्दर सिंह
Sh. Joginder Singh
01-07-1972  to  14-02-1977

7.
वेदपाल त्यागी
Sh. Vedpal Tyagi
15-02-1977  to  11-05-1977
कार्यवाहक Acting

8.
श्री रघुकुल तिलक
Sh. Raghukul Tilak
12-05-1977  to  08-08-1981

9.
श्री के. डी. शर्मा
Sh. K.D. Sharma
08-08-1981  to  05-03-1982
कार्यवाहक Acting

10.
श्री ओ. पी. मेहरा
Sh. O.P. Mehra
06-03-1982  to  04-01-1985,
01-02-1985  to  03-11-1985

11.
श्री पी. के. बनर्जी
Sh. P.K. Banerji
05-01-1985  to  31-01-1985
कार्यवाहक Acting

12.
श्री डी. पी. गुप्ता
Sh. D.P. Gupta
04-11-1985  to  19-11-1985
कार्यवाहक Acting

13.
श्री वसंत राव पाटिल
Sh. Vasant Rao Patil
20-11-1985  to  14-10-1987

14.
श्री जे. एस. वर्मा
Sh. J.S. Verma
15-11-1987  to  19-02-1988,
03-02-1989  to 19-02-1989
कार्यवाहक Acting

15.
श्री सुखदेव प्रसाद
Sh. Sukhdev Prasad
20-02-1988  to  02-02-1989,
20-02-1989  to  02-02-1990

16.
श्री मिलाप चंद जैन
Sh. Milap Chand Jain
03-02-1990  to  13-02-1990
कार्यवाहक Acting

17.
श्री देवी प्रसाद चटोपाध्याय
Sh. Devi Prasad Chatopadhyay
14-02-1990  to  25-08-1991

18.
श्री स्वरूप सिंह
Sh. Swaroop Singh
गुजरात के राज्यपाल Governor of Gujarat
26-08-1991  to  04-02-1992
अतिरिक्त प्रभार Additional Charges

19.
श्री एम. चेन्ना रेड्डी
Sh. M. Chenna Reddy
05-02-1992  to  30-05-1993

20.
श्री धनिक लाल मंडल
Sh. Dhaniklal Mandal
हरियाणा के राज्यपाल Governor of Haryana
31-05-1993  to  29-06-1993
अतिरिक्त प्रभार Additional Charges

21.
श्री बलिराम भगत
Sh. Baliram Bhagat 30-06-1993  to  30-04-1998

22.
श्री दरबारा सिंह
Sh. Darbara Singh
01-05-1998  to  24-05-1998
मृत्यु दिनांक Date of Death :24-05-1998

23.
श्री एन. एल. टिबरेवाल
Sh. N.L. Tibrewal
25-05-1998  to  15-01-1999
कार्यवाहक Acting

24.
श्री अंशुमान सिंह
Sh. Anshuman Singh
16-01-1999  to  13-05-2003

25.
निर्मल चंद्र जैन
Sh. Nirmal Chandra Jain
14-05-2003  to  22-09-2003
मृत्यु दिनांक Date of Death :
22-09-2003

26.
श्री कैलाशपति मिश्र
Sh. Kailashpati Mishra गुजरात के राज्यपाल Governor of Gujarat
22-09-2003  to  13-01-2004
अतिरिक्त प्रभार Additional Charges

27.
श्री मदन लाल खुराना
Sh. Madan Lal Khurana
14-01-2004  to  01-11-2004
त्यागपत्र Resigned

28.
श्री टी. वी. राजेश्वर
Sh. T.V. Rajeshwar,
उत्तरप्रदेश के राज्यपाल Governor of Uttar Pradesh
01-11-2004  to  08-11-2004
अतिरिक्त प्रभार Additional Charges

29.
श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल
Smt. Pratibha Devisingh Patil
08-11-2004  to  23-06-2007
त्यागपत्र Resigned

30.
श्री ए. आर. किदवई
Dr. A.R. Kidwai
23-06-2007  to  06-09-2007
अतिरिक्त प्रभार Additional Charges

31.
श्री शीलेन्द्र कुमार सिंह
Sh. Shilendra Kumar Singh
06-09-2007  to  01-12-2009
मृत्यु दिनांक Date of Death :
01-12-2009

32.
श्रीमती प्रभा राव
Smt. Prabha Rau
3-12-2009 to 24-01-2010
अतिरिक्त प्रभार Additional Charges
25-01-2010 to 26-04-2010
मृत्यु दिनांक Date of Death:
26-04-2010

33.
श्री शिवराज पाटिल
Sh. Shivraj Patil
पंजाब के राज्यपाल Governor of Punjab
28.04.2010 to 12.05.2012
अतिरिक्त प्रभार Additional Charges

 

34. 

 Smt. Margret Alva

श्रीमती मार्ग्रेट अल्वा
12.05.2012 to 07.08.2014

35. 

Sh. Ram Naik

श्री राम नाईक

08.08.2014 to 03.09.2014

अतिरिक्त प्रभार Additional Charges

36. 
Sh. Kalyan Singh

श्री कल्याण सिंह

04.09.2014 to Contd.

Comments

Popular posts from this blog

Baba Mohan Ram Mandir and Kali Kholi Dham Holi Mela

Baba Mohan Ram Mandir, Bhiwadi - बाबा मोहनराम मंदिर, भिवाड़ी साढ़े तीन सौ साल से आस्था का केंद्र हैं बाबा मोहनराम बाबा मोहनराम की तपोभूमि जिला अलवर में भिवाड़ी से 2 किलोमीटर दूर मिलकपुर गुर्जर गांव में है। बाबा मोहनराम का मंदिर गांव मिलकपुर के ''काली खोली''  में स्थित है। काली खोली वह जगह है जहां बाबा मोहन राम रहते हैं। मंदिर साल भर के दौरान, यात्रा के दौरान खुला रहता है। य ह पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है और 4-5 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाली यात्रियों को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखण्ड ज्योति” जलती रहती है । मुख्य मेला साल में दो बार होली और रक्षाबंधन की दूज को भरता है। धूलंड़ी दोज के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मोहन राम जी की ज्योत के दर्शन करने पहुंचते हैं। मेले में कई लोग मिलकपुर मंदिर से दंडौती लगाते हुए काली खोल मंदिर जाते हैं। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित एक पेड़ पर कलावा बांधकर मनौती मांगते हैं। इसके अलावा हर माह की दूज पर भी यह मेला भरता है, जिसमें बाबा की ज्योत के दर्शन करन...

राजस्थान का प्रसिद्ध हुरडा सम्मेलन - 17 जुलाई 1734

हुरडा सम्मेलन कब आयोजित हुआ था- मराठा शक्ति पर अंकुश लगाने तथा राजपूताना पर मराठों के संभावित आक्रमण को रोकने के लिए जयपुर के सवाई जयसिंह के प्रयासों से 17 जुलाई 1734 ई. को हुरडा (भीलवाडा) नामक स्थान पर राजपूताना के शासकों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसे इतिहास में हुरडा सम्मेलन के नाम  जाता है।   हुरडा सम्मेलन जयपुर के सवाई जयसिंह , बीकानेर के जोरावर सिंह , कोटा के दुर्जनसाल , जोधपुर के अभयसिंह , नागौर के बख्तसिंह, बूंदी के दलेलसिंह , करौली के गोपालदास , किशनगढ के राजसिंह के अलावा के अतिरिक्त मध्य भारत के राज्यों रतलाम, शिवपुरी, इडर, गौड़ एवं अन्य राजपूत राजाओं ने भाग लिया था।   हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता किसने की थी- हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता मेवाड महाराणा जगतसिंह द्वितीय ने की।     हुरडा सम्मेलन में एक प्रतिज्ञापत्र (अहदनामा) तैयार किया गया, जिसके अनुसार सभी शासक एकता बनाये रखेंगे। एक का अपमान सभी का अपमान समझा जायेगा , कोई राज्य, दूसरे राज्य के विद्रोही को अपने राज्य में शरण नही देगा ।   वर्षा ऋत...

Civilization of Kalibanga- कालीबंगा की सभ्यता-
History of Rajasthan

कालीबंगा टीला कालीबंगा राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में घग्घर नदी ( प्राचीन सरस्वती नदी ) के बाएं शुष्क तट पर स्थित है। कालीबंगा की सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है। इस सभ्यता का काल 3000 ई . पू . माना जाता है , किन्तु कालांतर में प्राकृतिक विषमताओं एवं विक्षोभों के कारण ये सभ्यता नष्ट हो गई । 1953 ई . में कालीबंगा की खोज का पुरातत्वविद् श्री ए . घोष ( अमलानंद घोष ) को जाता है । इस स्थान का उत्खनन कार्य सन् 19 61 से 1969 के मध्य ' श्री बी . बी . लाल ' , ' श्री बी . के . थापर ' , ' श्री डी . खरे ', के . एम . श्रीवास्तव एवं ' श्री एस . पी . श्रीवास्तव ' के निर्देशन में सम्पादित हुआ था । कालीबंगा की खुदाई में प्राक् हड़प्पा एवं हड़प्पाकालीन संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस उत्खनन से कालीबंगा ' आमरी , हड़प्पा व कोट दिजी ' ( सभी पाकिस्तान में ) के पश्चात हड़प्पा काल की सभ्यता का चतुर्थ स्थल बन गया। 1983 में काली...