कैलिफोर्निया में आयोजित गूगल के प्रथम ग्लोबल साइंस फेयर में भारतीय मूल की दो लड़कियों श्री बोस और नौमी शाह ने बाजी मारी। नौमी शाह ने अस्थमा रोगियों के लाभ के लिए हवा की बेहतर गुणवत्ता के तरीकों पर (study of the inverse relationship between certain environmental factors and a reliance on asthma medications) प्रोजेक्ट किया था जबकि श्री बोस ने गर्भाशय के कैंसर के इलाज में सुधार का (study of AMPK’s effect on chemotherapy drugs) प्रोजेक्ट बनाकर हजारों व्यक्तियों को प्रभावित किया।
इस विज्ञान मेले में अंतिम 15 फाइनलिस्ट के शीर्ष तीन स्थानों पर लड़कियां श्री बोस, नौमी शाह और लारेन हॉज रहीं। श्री बोस ने न केवल 17-18 आयु वर्ग में प्रथम स्थान हासिल किया बल्कि उन्हें ग्रैंड प्राइज़ विजेता भी चुना गया। उन्हें इसके तहत 50 हजार डॉलर की छात्रवृत्ति एवं जेनेवा स्थित सीईआरएन इंस्टिट्यूट में इंटर्नशिप करने का अवसर दिया गया है। नौमी शाह 15-16 उम्र वर्ग और हॉज को 13-14 उम्र वर्ग में विजेता रहीं। इन दोनों को 25 हजार डॉलर की स्कॉलरशिप और गूगल की कंपनियों व खिलौने की कंपनी लेगो में इंटर्नशिप करने का अवसर प्रदान किया गया।
अधिक जानकारी यहाँ है-
http://mashable.com/2011/07/12/google-science-fair-photos/
इस विज्ञान मेले में अंतिम 15 फाइनलिस्ट के शीर्ष तीन स्थानों पर लड़कियां श्री बोस, नौमी शाह और लारेन हॉज रहीं। श्री बोस ने न केवल 17-18 आयु वर्ग में प्रथम स्थान हासिल किया बल्कि उन्हें ग्रैंड प्राइज़ विजेता भी चुना गया। उन्हें इसके तहत 50 हजार डॉलर की छात्रवृत्ति एवं जेनेवा स्थित सीईआरएन इंस्टिट्यूट में इंटर्नशिप करने का अवसर दिया गया है। नौमी शाह 15-16 उम्र वर्ग और हॉज को 13-14 उम्र वर्ग में विजेता रहीं। इन दोनों को 25 हजार डॉलर की स्कॉलरशिप और गूगल की कंपनियों व खिलौने की कंपनी लेगो में इंटर्नशिप करने का अवसर प्रदान किया गया।
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हमारी तरफ से भी बधाई !
ReplyDeleteI think this is one of the most important information for me. And i am glad reading your article. But should remark on few general things, The website style is perfect, the articles is really nice
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