वर्ष 2012 के पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों में राजस्थान के भी सात प्रमुख व्यक्तित्व भी शामिल है। ये व्यक्तित्व निम्नांकित हैं-
>पद्म भूषण विजेता-
1. श्री अरविंद पानगड़िया
>पद्मश्री विजेता-
1. स्वप्न गुहा (सेरेमिक कलाकार)
2. लिंबाराम (तीरंदाज)
3. साकर खाँ (माँगणियार कलाकार)
4. मोहनलाल कुम्हार (टेराकोटा कलाकार)
5. देवेन्द्र झांझड़िया (पेराओलंपिक एथलीट)
6. फरीदुद्दीन डागर (ध्रुपद गायक)
इस वर्ष 2012 के पद्मभूषण प्राप्त करने वाले मूलतः भीलवाड़ा के रहने वाले अप्रवासी राजस्थानी प्रो. अरविंद पानगडिया अमरीका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र पढ़ाते हैं। वे एशियाई विकास बैंक, विश्व बैंक, आईएमएफ, विश्व व्यापार संगठन में सेवा दे चुके हैं। वे करीब एक दर्जन किताबें लिख चुके हैं। पद्मश्री जीतने वाले जयपुर के स्वप्न गुहा तीन दशक से सेरेमिक क्षेत्र में सक्रिय, इंडियन सेरेमिक सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष हैं तथा उदयपुर जिले के रहने वाले लिंबाराम (खेल) भारतीय तीरंदाजी टीम के कोच हैं जबकि प्रसिद्ध ध्रुपद गायक फरीदुद्दीन डागर का जन्म उदयपुर में हुआ था तथा टेराकोटा की लोककला को विश्व भर में प्रसिद्ध कलाकार मोहनलाल कुम्हार राजसमंद जिले की नाथद्वारा तहसील के मोलेला के रहने वाले हैं व मिट्टी से मूर्ति बनाने में माहिर कलाकार है। इसके अतिरिक्त पद्मश्री पाने वाले मांगणियार लोक कलाकार साकर खान (लोकवादक) जैसलमेर के हमीरा निवासी हैं तथा चूरू जिले के देवेंद्र झाझडिया ने एथेंस में आयोजित पैरालम्पिक में स्वर्ण जीता था।
>पद्म भूषण विजेता-
1. श्री अरविंद पानगड़िया
>पद्मश्री विजेता-
1. स्वप्न गुहा (सेरेमिक कलाकार)
2. लिंबाराम (तीरंदाज)
3. साकर खाँ (माँगणियार कलाकार)
4. मोहनलाल कुम्हार (टेराकोटा कलाकार)
5. देवेन्द्र झांझड़िया (पेराओलंपिक एथलीट)
6. फरीदुद्दीन डागर (ध्रुपद गायक)
इस वर्ष 2012 के पद्मभूषण प्राप्त करने वाले मूलतः भीलवाड़ा के रहने वाले अप्रवासी राजस्थानी प्रो. अरविंद पानगडिया अमरीका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र पढ़ाते हैं। वे एशियाई विकास बैंक, विश्व बैंक, आईएमएफ, विश्व व्यापार संगठन में सेवा दे चुके हैं। वे करीब एक दर्जन किताबें लिख चुके हैं। पद्मश्री जीतने वाले जयपुर के स्वप्न गुहा तीन दशक से सेरेमिक क्षेत्र में सक्रिय, इंडियन सेरेमिक सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष हैं तथा उदयपुर जिले के रहने वाले लिंबाराम (खेल) भारतीय तीरंदाजी टीम के कोच हैं जबकि प्रसिद्ध ध्रुपद गायक फरीदुद्दीन डागर का जन्म उदयपुर में हुआ था तथा टेराकोटा की लोककला को विश्व भर में प्रसिद्ध कलाकार मोहनलाल कुम्हार राजसमंद जिले की नाथद्वारा तहसील के मोलेला के रहने वाले हैं व मिट्टी से मूर्ति बनाने में माहिर कलाकार है। इसके अतिरिक्त पद्मश्री पाने वाले मांगणियार लोक कलाकार साकर खान (लोकवादक) जैसलमेर के हमीरा निवासी हैं तथा चूरू जिले के देवेंद्र झाझडिया ने एथेंस में आयोजित पैरालम्पिक में स्वर्ण जीता था।
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