Skip to main content

महत्वपूर्ण राजस्थान समसामयिक घटनाचक्र
Important Rajasthan Current Affairs

हिन्दुस्तान जिंक को प्रतिष्ठित सीएसआर एक्सीलेन्स अवार्ड 2011-12

वेदान्ता समूह की कम्पनी हिन्दुस्तान जिंक को ग्रामीण व सामाजिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित औद्योगिक संस्था एसोचैम ने सीएसआर एक्सीलेन्स अवार्ड 2011-12 दिया है। जिंक को यह सम्मान केन्द्रीय कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्री वीरप्पा मोइली ने नई दिल्ली के होटल ली-मेरीडियन में दिनांक 15 फरवरी को प्रदान किया। पुरस्कार जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिलेश जोशी ने प्राप्त किया। गौरतलब है कि जिंक ने अपने सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों से राजस्थान के लगभग 200 गांवों में विकास के महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। तकरीबन 1 लाख 80 हजार बच्चों को नियमित दोपहर भोजन उपलब्ध करवाया है व कृषि विकास, जल प्रबन्धन एवं स्वास्थ्य तथा गांवों में सामुदायिक विकास सुनिश्चित करने संबंधी कार्य किए। गांवों में नियमित स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर लगा कर कम्पनी ने गांवों में चिकित्सा की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई।

जयपुर में बनेगा उत्कृष्ट खेल प्रशिक्षण केन्द्र

राज्य में खेलों का प्रथम एडवांस कोचिंग सेंटर जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में विकसित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए भारत सरकार के केंद्रीय खेल मंत्रालय ने 20 करोड़ रुपए व्यय करने की मंजूरी दे दी है।
राज्य सरकार ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए इसे केंद्रीय खेल मंत्रालय को भिजवा दिया है। अगले कुछ दिनों में इस प्रोजेक्ट पर काम प्रारंभ हो जाएगा। प्रोजेक्ट को अंतिम रूप देने के लिए 21 व 22 फरवरी को नई दिल्ली में मीटिंग होगी, जिसमें शासन सचिव (खेल) रोहित कुमार सिंह राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
प्रस्तावित केंद्र की विशेषताएँ-
>सेंटर की विशेषता इसका स्पोर्ट्स हॉस्टल होगा, जिसमें 200 खिलाड़ियों के आवास की व्यवस्था होगी। इसके लिए खेल विभाग ने स्टेडियम के पास ही पांच एकड़ जमीन चिह्नित की है। इस जमीन के लिए यूडीएच विभाग को प्रस्ताव भिजवा दिया गया है जिस पर इसी साल निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। अभी जयपुर में ऐसा हॉस्टल नहीं है, जिस कारण विभिन्न शिविर या टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों के आवास की समस्या बनी रहती है।
>भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) उपलब्ध कराएगा कोचिंग सुविधाएं :
प्रोजेक्ट के तहत साई कोचिंग की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। कोचों की नियुक्ति भी साई ही करेगा। साथ ही यहां राष्ट्रीय स्तर के शिविर आयोजित होंगे। इसके अलावा स्टेडियम में रखरखाव व संचालन का काम भी साई ही करेगा। स्टेडियम का मालिकाना हक राजस्थान खेल परिषद का रहेगा। इस बारे में इसी महीने एमओयू पर साइन हो जाएगा।
> प्रोजेक्ट के तहत स्टेडियम में पहले से मौजूद मैदानों को अपग्रेड करके विश्व स्तरीय बनाया जाएगा। साथ ही नई सुविधाएं भी विकसित होंगी। मुख्य रूप से 8-10 खेलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इनमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, टेनिस व वॉलीबॉल प्रमुख हैं। ऐसे सेंटर वर्तमान में भोपाल, कोलकाता व हैदराबाद में हैं।


सुजलोन जोधपुर में रोटर ब्लेड मैन्युफैक्चरिंग इकाई लगाएगी मुख्यमंत्री से मिले तुलसी तांती, जैसलमेर में 400 केवीए की ट्रांसमिशन लाइनें बिछाने का भी दिया प्रस्ताव

जयपुर में 10 फरवरी को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से विंड पावर कंपनी सुजलोन के ग्रुप अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री तुलसी आर. तांती ने मुलाकात की तथा राज्य में गैर परम्परागत ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश का प्रस्ताव दिया। मुख्यमंत्री से भेंट के दौरान श्री तांती ने राज्य सरकार की पवन ऊर्जा उत्पादन को प्रोत्साहन देने की नीति, 1999-2000 की प्रशंसा करते हुए वित्त वर्ष 2012-13 में जोधपुर जिले में विंड पावर उत्पादन के काम आने वाली मशीनरी रोटर ब्लेड की मैन्चुफैक्चरिंग इकाई के निर्माण का प्रस्ताव दिया। यह नीति मुख्यमंत्री ने अपने पूर्व के शासनकाल में बनाई थी। मुख्यमंत्री को श्री तांती ने अवगत कराया कि इस इकाई के निर्माण से 1500 से अधिक लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार का सृजन हो सकेगा। श्री गहलोत को श्री तांती ने जैसलमेर से बीकानेर व जोधपुर क्षेत्र के बीच निर्माण, स्वामित्व एवं संचालन (बीओओ) के आधार पर स्वयं की 400 केवीए विद्युत प्रसारण लाइनें बिछाने का भी प्रस्ताव दिया। इस प्रस्ताव से अगले दो वर्षों में पवन ऊर्जा से उत्पादित होने वाली 1200 मेगावाट बिजली के ट्रांसमिशन का मार्ग प्रशस्त होगा। गौरतलब है कि वर्तमान में पवन ऊर्जा से प्रदेश में 1800 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।
श्री तांती ने राज्य में औद्योगिक निवेश की प्रक्रिया को त्वरित, सुगम एवं पारदर्शी बनाने के लिए राज्य सरकार के राजस्थान एन्टरप्राइजेज सिंगल विंडो एनेबलिंग एंडक्लीयरेंस एक्ट, 2011 की भी सराहना करते हुए कहा कि इससे राज्य में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण हुआ है। सुजलोन राज्य में पवन ऊर्जा के जरिए 1200 मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन कर रही है।


'ग्रेट वूमन अचीवर्स अवार्ड' में उदयपुर की तैराक भक्ति शर्मा को

टेलीविजन एकेडमी व केल्वीनेटर कम्पनी की ओर से मुम्बई के अंधेरी में हाल ही में 'ग्रेट वूमन अचीवर्स अवार्ड' से उदयपुर की अंतर्राष्ट्रीय तैराक भक्ति शर्मा तथा उनकी माँ व कोच श्रीमती लीना को सम्मानित किया गया। अवार्ड समारोह में लीना शर्मा ने मंच पर अपने पति चन्द्रशेखर को यह अवार्ड समर्पित किया। इस कार्यक्रम का प्रसारण चार मार्च को शाम 5 बजे सोनी टीवी पर होगा। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाली कुल 25 महिलाओं को पुरस्कृत किया गया।

Comments

Popular posts from this blog

Baba Mohan Ram Mandir and Kali Kholi Dham Holi Mela

Baba Mohan Ram Mandir, Bhiwadi - बाबा मोहनराम मंदिर, भिवाड़ी साढ़े तीन सौ साल से आस्था का केंद्र हैं बाबा मोहनराम बाबा मोहनराम की तपोभूमि जिला अलवर में भिवाड़ी से 2 किलोमीटर दूर मिलकपुर गुर्जर गांव में है। बाबा मोहनराम का मंदिर गांव मिलकपुर के ''काली खोली''  में स्थित है। काली खोली वह जगह है जहां बाबा मोहन राम रहते हैं। मंदिर साल भर के दौरान, यात्रा के दौरान खुला रहता है। य ह पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है और 4-5 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाली यात्रियों को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखण्ड ज्योति” जलती रहती है । मुख्य मेला साल में दो बार होली और रक्षाबंधन की दूज को भरता है। धूलंड़ी दोज के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मोहन राम जी की ज्योत के दर्शन करने पहुंचते हैं। मेले में कई लोग मिलकपुर मंदिर से दंडौती लगाते हुए काली खोल मंदिर जाते हैं। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित एक पेड़ पर कलावा बांधकर मनौती मांगते हैं। इसके अलावा हर माह की दूज पर भी यह मेला भरता है, जिसमें बाबा की ज्योत के दर्शन करन...

राजस्थान का प्रसिद्ध हुरडा सम्मेलन - 17 जुलाई 1734

हुरडा सम्मेलन कब आयोजित हुआ था- मराठा शक्ति पर अंकुश लगाने तथा राजपूताना पर मराठों के संभावित आक्रमण को रोकने के लिए जयपुर के सवाई जयसिंह के प्रयासों से 17 जुलाई 1734 ई. को हुरडा (भीलवाडा) नामक स्थान पर राजपूताना के शासकों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसे इतिहास में हुरडा सम्मेलन के नाम  जाता है।   हुरडा सम्मेलन जयपुर के सवाई जयसिंह , बीकानेर के जोरावर सिंह , कोटा के दुर्जनसाल , जोधपुर के अभयसिंह , नागौर के बख्तसिंह, बूंदी के दलेलसिंह , करौली के गोपालदास , किशनगढ के राजसिंह के अलावा के अतिरिक्त मध्य भारत के राज्यों रतलाम, शिवपुरी, इडर, गौड़ एवं अन्य राजपूत राजाओं ने भाग लिया था।   हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता किसने की थी- हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता मेवाड महाराणा जगतसिंह द्वितीय ने की।     हुरडा सम्मेलन में एक प्रतिज्ञापत्र (अहदनामा) तैयार किया गया, जिसके अनुसार सभी शासक एकता बनाये रखेंगे। एक का अपमान सभी का अपमान समझा जायेगा , कोई राज्य, दूसरे राज्य के विद्रोही को अपने राज्य में शरण नही देगा ।   वर्षा ऋत...

Civilization of Kalibanga- कालीबंगा की सभ्यता-
History of Rajasthan

कालीबंगा टीला कालीबंगा राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में घग्घर नदी ( प्राचीन सरस्वती नदी ) के बाएं शुष्क तट पर स्थित है। कालीबंगा की सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है। इस सभ्यता का काल 3000 ई . पू . माना जाता है , किन्तु कालांतर में प्राकृतिक विषमताओं एवं विक्षोभों के कारण ये सभ्यता नष्ट हो गई । 1953 ई . में कालीबंगा की खोज का पुरातत्वविद् श्री ए . घोष ( अमलानंद घोष ) को जाता है । इस स्थान का उत्खनन कार्य सन् 19 61 से 1969 के मध्य ' श्री बी . बी . लाल ' , ' श्री बी . के . थापर ' , ' श्री डी . खरे ', के . एम . श्रीवास्तव एवं ' श्री एस . पी . श्रीवास्तव ' के निर्देशन में सम्पादित हुआ था । कालीबंगा की खुदाई में प्राक् हड़प्पा एवं हड़प्पाकालीन संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस उत्खनन से कालीबंगा ' आमरी , हड़प्पा व कोट दिजी ' ( सभी पाकिस्तान में ) के पश्चात हड़प्पा काल की सभ्यता का चतुर्थ स्थल बन गया। 1983 में काली...