श्रीमती मारग्रेट अल्वा राजस्थान की नई राज्यपाल होंगी। केंद्र सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर राज्य सरकार को भी सूचित कर दिया है। श्रीमती अल्वा 10 मई को जयपुर आ सकती हैं और 12 मई को शपथ ले सकती हैं। वे वर्तमान में उत्तराखंड की राज्यपाल हैं। उनका कार्यकाल दो साल बचा है। वे इतने समय राजस्थान की राज्यपाल रहेंगी अर्थात श्रीमती अल्वा का कार्यकाल 19 जुलाई 2014 तक रहेगा।
अल्वा राजस्थान की 36वीं राज्यपाल और तीसरी महिला राज्यपाल होंगी। इससे पहले दो महिलाएँ श्रीमती प्रतिभा पाटील तथा प्रभा राव इस पद पर रह चुकी हैं। शिवराज पाटील पंजाब के राज्यपाल हैं और 28 अप्रैल 2010 से राजस्थान का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 26 अप्रेल 2010 को प्रभा राव के निधन के बाद से पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटील के पास राजस्थान का अतिरिक्त प्रभार था। पाटील को यहां शनिवार दिनांक 28 अप्रैल को 2 साल पूरे हो गए। अब उनके स्थान पर श्रीमती मारग्रेट को नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति भवन से जारी अधिसूचना के अनुसार मप्र के पूर्व मंत्री अजीज कुरैशी को उत्तराखंड, एसपीजी के पूर्व प्रमुख बीवी वांचू को गोवा का राज्यपाल बनाया गया है जबकि ईएसएल नरसिम्हन को आंध्रप्रदेश तथा शंकर नारायणन को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त कर उनका कार्यकाल बढ़ाया गया है। चार बार राज्यसभा सांसद रही श्रीमती अल्वा 1974 में पहली बार राज्यसभा की सदस्य चुनी गई तथा छह-छह साल के चार कार्यकाल लगातार पूरे किए। 1999 में वे लोकसभा के लिए चुनी गई और उन्हें 1984 में संसदीय कार्य राज्यमंत्री और बाद में युवा मामलात और खेल, महिला एवं बाल विकास के मंत्री का दायित्व दिया गया था। 1991 में उन्हें कार्मिक, पेंशन, जन अभाव अभियोग और प्रशासनिक सुधार राज्यमंत्री का जिम्मा दिया गया था। कुछ समय के लिए उन्होंने विज्ञान और तकनीकी मंत्री के रूप में भी सेवाएं दीं। वे अपने तीस साल के संसदीय कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण समितियों में शामिल रही और उनका नेतृत्व भी किया। वे जुलाई, 2009 से उत्तराखंड की राज्यपाल हैं। कांग्रेस में उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय में समन्वयक और 2004-09 के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व भी दिया गया था। उन्होंने महिला कांग्रेस की समन्वयक के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं।
दस साल में राज्य ने देखे दस राज्यपाल
राजस्थान में 2003 में अंशुमान सिंह के कार्यकाल पूरा करने के बाद कोई राज्यपाल अपना टर्म पूरा नहीं कर पाया। निर्मलचन्द जैन, एस.के. सिंह और प्रभा राव का पद पर रहते निधन हो गया था। मदनलाल खुराना ने इस्तीफा दे दिया था। जबकि प्रतिभा देवी सिंह पाटील का निर्वाचन राज्यपाल रहते हुए राष्ट्रपति के लिए हो गया था।
मारग्रेट अल्वा का संक्षिप्त जीवन परिचय
नाम : मारग्रेट अल्वा
जन्म : कर्नाटक में साउथ कनारा के मंगलौर में
जन्म तिथि : 14 अप्रैल, 1942
पिता का नाम : पी.ए. नजारेथ
माता का नाम : ई.एल. नजारेथ
पति का नाम : निरंजन अल्वा
संतान : तीन पुत्र और एक पुत्री। पुत्र निरेट व निखिल ने मिडीटेक कंपनी स्थापित की।
शिक्षा : बीए, बीएल, मानद डॉक्टरेट एजुकेटेड एट मा. केरेमल कॉलेज और गवर्नमेंट लॉ कॉलेज बेंगलुरू
विशेष : ऑयल पेंटिंग और इंटीरियर डेकोरेशन में विशेष डिग्री
पेशा : वकालत, सामाजिक कार्यकर्ता और ट्रेड यूनियन लीडर
अल्वा राजस्थान की 36वीं राज्यपाल और तीसरी महिला राज्यपाल होंगी। इससे पहले दो महिलाएँ श्रीमती प्रतिभा पाटील तथा प्रभा राव इस पद पर रह चुकी हैं। शिवराज पाटील पंजाब के राज्यपाल हैं और 28 अप्रैल 2010 से राजस्थान का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 26 अप्रेल 2010 को प्रभा राव के निधन के बाद से पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटील के पास राजस्थान का अतिरिक्त प्रभार था। पाटील को यहां शनिवार दिनांक 28 अप्रैल को 2 साल पूरे हो गए। अब उनके स्थान पर श्रीमती मारग्रेट को नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति भवन से जारी अधिसूचना के अनुसार मप्र के पूर्व मंत्री अजीज कुरैशी को उत्तराखंड, एसपीजी के पूर्व प्रमुख बीवी वांचू को गोवा का राज्यपाल बनाया गया है जबकि ईएसएल नरसिम्हन को आंध्रप्रदेश तथा शंकर नारायणन को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त कर उनका कार्यकाल बढ़ाया गया है। चार बार राज्यसभा सांसद रही श्रीमती अल्वा 1974 में पहली बार राज्यसभा की सदस्य चुनी गई तथा छह-छह साल के चार कार्यकाल लगातार पूरे किए। 1999 में वे लोकसभा के लिए चुनी गई और उन्हें 1984 में संसदीय कार्य राज्यमंत्री और बाद में युवा मामलात और खेल, महिला एवं बाल विकास के मंत्री का दायित्व दिया गया था। 1991 में उन्हें कार्मिक, पेंशन, जन अभाव अभियोग और प्रशासनिक सुधार राज्यमंत्री का जिम्मा दिया गया था। कुछ समय के लिए उन्होंने विज्ञान और तकनीकी मंत्री के रूप में भी सेवाएं दीं। वे अपने तीस साल के संसदीय कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण समितियों में शामिल रही और उनका नेतृत्व भी किया। वे जुलाई, 2009 से उत्तराखंड की राज्यपाल हैं। कांग्रेस में उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय में समन्वयक और 2004-09 के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व भी दिया गया था। उन्होंने महिला कांग्रेस की समन्वयक के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं।
दस साल में राज्य ने देखे दस राज्यपाल
राजस्थान में 2003 में अंशुमान सिंह के कार्यकाल पूरा करने के बाद कोई राज्यपाल अपना टर्म पूरा नहीं कर पाया। निर्मलचन्द जैन, एस.के. सिंह और प्रभा राव का पद पर रहते निधन हो गया था। मदनलाल खुराना ने इस्तीफा दे दिया था। जबकि प्रतिभा देवी सिंह पाटील का निर्वाचन राज्यपाल रहते हुए राष्ट्रपति के लिए हो गया था।
मारग्रेट अल्वा का संक्षिप्त जीवन परिचय
नाम : मारग्रेट अल्वा
जन्म : कर्नाटक में साउथ कनारा के मंगलौर में
जन्म तिथि : 14 अप्रैल, 1942
पिता का नाम : पी.ए. नजारेथ
माता का नाम : ई.एल. नजारेथ
पति का नाम : निरंजन अल्वा
संतान : तीन पुत्र और एक पुत्री। पुत्र निरेट व निखिल ने मिडीटेक कंपनी स्थापित की।
शिक्षा : बीए, बीएल, मानद डॉक्टरेट एजुकेटेड एट मा. केरेमल कॉलेज और गवर्नमेंट लॉ कॉलेज बेंगलुरू
विशेष : ऑयल पेंटिंग और इंटीरियर डेकोरेशन में विशेष डिग्री
पेशा : वकालत, सामाजिक कार्यकर्ता और ट्रेड यूनियन लीडर
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