1. यमन राजा दिमित द्वारा चित्तौड़ पर आक्रमण- 187 ई. पूर्व
2. शकों द्वारा पूर्वी राजस्थान पर कब्जा- 75 ई. पूर्व
3. विक्रम संवत प्रारंभ- 58 ई. पूर्व
4. शक संवत प्रारंभ- 78 ई.
5. शक राजा नहपान द्वारा दक्षिणी पूर्वी राजस्थान पर कब्जा- 119 ई
6. हरिश्चंद्र द्वारा मंडोर में प्रतिहार वंश की स्थापना- 550 ई
7. वासुदेव चौहान द्वारा सपादलक्ष में चौहान राजवंश की स्थापना- 551 ई
8. गुहिल द्वारा मेवाड़ में राज्य की स्थापना- 566 ई
9. भीनमाल के ब्रह्मदत्त द्वारा 'ब्रह्म स्फुट सिद्धांत' की रचना- 628 ई
10. सिंध के शासक चच द्वारा चित्तौड़ पर आक्रमण- 631 ई
11. बप्पा रावल ने मोर्य राजा से चित्तौड़ राज्य छीना- 728 ई
12. अरबों से सीधा संघर्ष प्रारंभ- 731 ई
13. गुर्जर राज्य की समाप्ति और चौहान राजस्थान के शासक बने- 736 ई
14. प्रतिहारों द्वारा भीनमाल के स्थान पर कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया- 738 ई
15. प्रतिहार राजा वत्सराज गद्दी पर बैठा- 780 ई
16. प्रतिहार शासक नागभट्ट द्वितीय ने कन्नौज पर अधिकार स्थापित किया- 810 ई
17. प्रतिहार मिहिर भोज का राज्यारोहण- 836 ई
18. सपादलक्ष के चौहानों ने रणथम्भौर के दुर्ग का निर्माण कराया- 944 ई
19. रामसिंह ने टौंकरा (टौंक) बसाया- 947 ई
20. सिंहराज प्रथम ने सीकर के पास शेखावटी में हर्षनाथ पहाड़ी पर शिव मंदिर बनवाया- 956 ई
2. शकों द्वारा पूर्वी राजस्थान पर कब्जा- 75 ई. पूर्व
3. विक्रम संवत प्रारंभ- 58 ई. पूर्व
4. शक संवत प्रारंभ- 78 ई.
5. शक राजा नहपान द्वारा दक्षिणी पूर्वी राजस्थान पर कब्जा- 119 ई
6. हरिश्चंद्र द्वारा मंडोर में प्रतिहार वंश की स्थापना- 550 ई
7. वासुदेव चौहान द्वारा सपादलक्ष में चौहान राजवंश की स्थापना- 551 ई
8. गुहिल द्वारा मेवाड़ में राज्य की स्थापना- 566 ई
9. भीनमाल के ब्रह्मदत्त द्वारा 'ब्रह्म स्फुट सिद्धांत' की रचना- 628 ई
10. सिंध के शासक चच द्वारा चित्तौड़ पर आक्रमण- 631 ई
11. बप्पा रावल ने मोर्य राजा से चित्तौड़ राज्य छीना- 728 ई
12. अरबों से सीधा संघर्ष प्रारंभ- 731 ई
13. गुर्जर राज्य की समाप्ति और चौहान राजस्थान के शासक बने- 736 ई
14. प्रतिहारों द्वारा भीनमाल के स्थान पर कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया- 738 ई
15. प्रतिहार राजा वत्सराज गद्दी पर बैठा- 780 ई
16. प्रतिहार शासक नागभट्ट द्वितीय ने कन्नौज पर अधिकार स्थापित किया- 810 ई
17. प्रतिहार मिहिर भोज का राज्यारोहण- 836 ई
18. सपादलक्ष के चौहानों ने रणथम्भौर के दुर्ग का निर्माण कराया- 944 ई
19. रामसिंह ने टौंकरा (टौंक) बसाया- 947 ई
20. सिंहराज प्रथम ने सीकर के पास शेखावटी में हर्षनाथ पहाड़ी पर शिव मंदिर बनवाया- 956 ई
दिमाग को तथ्यों का गोदाम बनाने वाली हमारी इस शिक्षा प्रणाली में तथ्यों को इतना अहम कर दिया है की वो साध्य मालूम होते हैं जबकि उन्हें ज्ञानार्जन का साधन मात्र होना चहिये था, इससे तरह की शिक्षा प्रणाली से आप कभी भी अल्बर्ट आइंस्टीन अथवा मार्क जकरबर्ग जैसे जीनीयस नहीं बना सकते सिर्फ नैतिकता विहीन कलर्क, शिक्षक तथा अफसर बना सकते हैं
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