सिरेमिक विद्युत अनुसंधान एवं विकास केंद्र , सीईआरडीसी बीकानेर में चाइना एवं वाल क्ले, जिप्सम, क्ले स्टोनाईट, मेट्रोनाईज आदि खनिज के विपुल भंडार है। बीकानेर में सिरेमिक टाइल्स, इन्सुलेटर्स, जिप्सम, प्लास्टर ऑफ़ पेरिस बनाने वाली इकाईयाँ बहुतायत में कार्यरत है। इन उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने तथा नये उद्योग स्थापित करने के उद्देश्य से बीकानेर में सिरेमिक सेन्टर की स्थापना वर्ष 2007 में की गई थी। बाद में वर्ष 2010 में इसका नाम बदल कर सिरेमिक इलेक्ट्रीकल रिसर्च एवं डवलपमेंट सेंटर (सीईआरडीसी) रख दिया गया। इसमें सिरेमिक टेस्टिंग लेब व प्रशिक्षण केंद्र स्थापित है। इसे राजस्थान सरकार द्वारा सिरेमिक विद्युत विकास समिति, बीकानेर के माध्यम से स्थापित किया गया है। हाई वॉल्टेज इन्सुलेटर के क्षेत्र में टेस्टिंग एवं रिसर्च कार्य के लिए उत्तर भारत की सबसे बड़ी प्रयोगशाला है, जिसे राजस्थान सरकार द्वारा लगभग 8 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किया गया था। सीईआरडीसी में पूरी तरह से सुसज्जित परीक्षण और अनुसंधान 5 प्रयोगशालाएं यथा- विद्युत परीक्षण प्रयोगशाला, मैकेनिकल परीक्षण प्रयोग...
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