Skip to main content

Posts

उदयपुर के मेनार में होता तलवारों से गैर नृत्य

आज आपको राजस्थान के एक अनोखे रंग से परिचय करवाते हैं और वो है तलवार से गैर नृत्य। यूँ तो गैर नृत्य मारवाड के बाड़मेर तथा मेवाड़ के उदयपुर व राजसमंद के गाँवों में आयोजित किया जाता है किंतु उदयपुर जिले में जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 76 पर स्थित मेनार गाँव में तलवारों से गैर नृत्य किया जाता है। मेनार मूलतः मेनारिया ब्राह्मणों का गाँव है। कहा जाता है कि एक बार इस गाँव के लोगों ने मुगल सेना को हराया था। तलवारों का यह गैर नृत्य मुगल आक्रमणकारियों पर स्थानीय वीरों की विजय की खुशी में जमरा बीज (चैत्र कृष्ण द्वितीया) पर्व पर किया जाता है। मेवाड़ में होली के उपरांत आने वाली चैत्र कृष्ण द्वितीया को जमरा बीज कहा जाता है तथा इसे उत्साह से मनाया जाता है। प्रतिवर्ष पारम्परिक रीति रिवाज के अनुसार मेनार गाँव के सभी लोग जमरा बीज पर्व पर तलवार से गैर नृत्य करते हैं। ये लोग रण वाद्य कहे जाने वाले बांकिये और ढोल की लय पर एक हाथ में तलवार और दूसरे में लाठी लेकर पारम्परिक पोशाक धोती, कुर्ता व पगड़ी में गैर खेलते हैं तो हजारों की संख्या में मौजूद दर्शकों में भी अजीब सा ...

**राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज- 27/3/2013**

प्रश्न 1- लोक संबंध के लिए 1973 में राजस्थान के किस शख्सियत को पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया ? अ. लक्ष्मी कुमारी चूँडावत ब. कुंवर नटवर सिंह स. बलराम जाखड़ द. डॉ नागेंद्र सिंह उत्तर- द प्रश्न 2- मल्लीनाथ जी का पशु मेला कहाँ लगता है ? अ. दिलवाड़ा ब. भीलवाड़ा स. तिलवाड़ा द. झीलवाड़ा   उत्तर- स प्रश्न 3- उदयपुर नगर क्षेत्र का प्राचीन नाम क्या था ? अ. जांगलप्रदेश ब. गिरवा स. मेदपाट द. मालव उत्तर- ब प्रश्न 4- राजस्थान मेँ कितने आखेट निषिद्ध क्षेत्र है ? अ. 7 ब. 25 स. 28 द. 33 उत्तर- द प्रश्न 5- दक्षिण राजस्थान की स्वर्ण रेखा किस नदी को कहा जाता है ? अ. सोम ब. माही स. जाखम द. बनास उत्तर- ब प्रश्न 6- वास्तु मंजरी के लेखक है ? अ. पद्मनाभ ब. सोमनाथ स. मंडन द. नाथा उत्तर- द प्रश्न 7- सिसोदिया राजवंश की कुल देवी थी ? अ. करणीमाता ब. शिलादेवी स. बाणमाता द. ज्वालामाता उत्तर- स प्रश्न 8- राजस्थान मेँ जन्मेँ प्रसिद्ध संस्कृत कवि थे ? अ. हर्ष वर्द्धन ब. कालिदास स. माघ द. बाणभट्ट उत्तर- स प्रश्न...

***जस्टिस सज्जन सिंह कोठारी राजस्थान के नए लोकायुक्त***

 राजस्थान उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्री सज्जन सिंह कोठारी राज्य के नए लोकायुक्त होंगे। वे सोमवार दिनांक 25 मार्च 2013 को सुबह 9 बजे इस पद की शपथ लेंगे। इनका चयन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अमिताव राय की सहमति से हुआ है। यह पद मई 2012 में जस्टिस जी एल गुप्ता के सेवानिवृत्त होने के बाद से खाली चल रहा था।

***राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर के वार्षिक पुरस्कार***

राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर का वार्षिक समारोह आगामी 10 मार्च 2013 को बीकानेर में आयोजित किया गया। इस समारोह में विभिन्न साहित्यकारों को प्रदान किए गए पुरस्कार इस प्रकार हैं- 1. सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार- आईदान सिंह भाटी, जैसलमेर (71000 रु,) 2. गणेशीलाल व्यास उस्ताद पुरस्कार- डॉ. विनोद सोमानी ’हंस‘ अजमेर  3. शिवचन्द भरतिया गद्य पुरस्कार- डॉ. गोविन्द शंकर शर्मा, जयपुर  4. मुरलीधर व्यास कथा पुरस्कार- प्रमोद शर्मा, बीकानेर (क्रम संख्या 2 से 4 तक प्रत्येक को 51000-51000 रु)  5. सांवर दईया पैली पोथी पुरस्कार- किरण राजपुरोहित ’नितिला‘ जोधपुर 6. जवाहरलाल नेहरू राजस्थानी बाल साहित्य पुरस्कार- डॉ. विमला भण्डारी, सलूम्बर  7. राजस्थानी साहित्यिक पत्रकारिता पुरस्कार- डॉ. किरण नाहटा बीकानेर  8. राजस्थानी महिला लेखन पुरस्कार-डॉ. जेबा रशीद जोधपुर, प्रेमजी प्रेम  9. राजस्थानी युवा लेखन पुरस्कार-डॉ. मदन गोपाल लढा महाजन को (क्रम संख्या 5 से 9 तक में प्रत्येक को 31000-31000 रु)  10. भत्तमाल जोशी महाविद्यालय पुरस्का...

***बधाई राजस्थान
*** राजस्थान की विकास यात्रा में एक बहुत बड़ा कदम...
***बाड़मेर में रिफाइनरी लगाने के लिए राजस्थान सरकार और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के मध्य 14 मार्च 2013 को जयपुर में हुआ एमओयू***

> अनुमानित लागत 37,229 करोड़ रुपए  > 90 लाख मीट्रिक टन प्रतिवर्ष उत्पादन  > करीब 4 लाख लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर > राजस्थान पेट्रोकेमिकल उद्योगों की स्थापना का बन सकता है हब। पाइप, टायर, एडेसिव, फोम, सुरक्षा आवरण, प्लास्टिक उत्पाद व कृत्रिम रेशों (पॉलिप्रोपीलीन, पॉलीइथाइलीन आदि), जूतों के सॉल, फुटबॉल, टीवी पार्टस, कार्पेट इत्यादि उद्योग लग सकेंगे। पॉलीप्रोपीलीन उद्योग जोधपुर में लगेगा।  > 129 तरह के उत्पाद निकलेंगे जिससे अनुमानित 500 से अधिक छोटे बड़े उद्योग लगने की संभावना। > निर्माण अवधि 4 वर्ष > राज्य सरकार द्वारा 4 वर्ष तक हिस्सा राशि के रूप में 800 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष। > 5 वें वर्ष से 15 वर्षों तक राजस्थान सरकार द्वारा 3736 करोड़ का ब्याज मुक्त ऋण वायबलिटी पैकेज फंड के रूप में देगी।  > इस परियोजना के 26 प्रतिशत शेयर राज्य के।  > राज्य को अभी कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) से प्रतिवर्ष लगभग 6000 करोड़ की आय किंतु इसके लगने के बाद राज्य की आय लगभग 35 हजार करोड़ रुपए प्रतिवर्ष होने की संभावना।  ...

***राजस्थान को जाने***

  राज्य की जलवायु-  राजस्थान की जलवायु निर्धारण में निम्नांकित कारक प्रमुख है-  1. अक्षांक्षीय स्थिति  2. समुद्र तल से ऊँचाई  3. धरातलीय स्वरूप  4. समुद्र तल से औसत ऊँचाई  5. वायु की दिशा व गति  * राज्य में 50 सेमी समवर्षा के पूर्व में अर्धशुष्क जलवायु पाई जाती है। * 50 सेमी समवर्षा के दक्षिण व दक्षिण पूर्व में आर्द्र और उपआर्द्र जलवायु पाई जाती है।  * 50 सेमी समवर्षा के पश्चिमी भाग में शुष्क जलवायु पाई जाती है।  * कर्क रेखा राजस्थान के दक्षिणी भाग में बाँसवाड़ा के समीप से गुजरती है।  * राजस्थान में 21 जून को कर्क रेखा पर प्रकाश की अवधि 13 घंटे 27 मिनट होती है तथा सूर्य की किरणों का कोण 90 डिग्री होता है (सूर्य की किरणे सीधी पड़ती है) इसीलिए राज्य में 21 जून को दिन की अवधि सबसे लंबी होती है। सूर्य की किरणे सीधी पड़ने के कारण जून माह में गर्मी अधिक पड़ती है।  * राज्य में ग्रीष्म ऋतु मार्च से जून के मध्य होती है।  * राज्य में जून माह में तापमान उत्तर से दक्षिण पश्चिम की ओर कम होता जाता है।  * जून म...

राजस्थान सामान्य ज्ञान-
***राजस्थान में वर्षा***

* बंगाल की खाड़ी से आने वाली मानसूनी हवाएं मार्ग में वर्षा करते हुए जब राजस्थान में प्रवेश करती है तो उनमें विद्यमान आर्द्रता की मात्रा कम होती है।  * राज्य में वर्षा की मात्रा दक्षिण-पूर्व व पूर्व से पश्चिम की ओर कम होती जाती है।  * अरब सागर से आने वाले मानसूनी हवाओं के लिए अरावली पर्वतमाला की दिशा समान्तर होने के कारण यह उन्हें रोक नहीं पाती है। जिससे ये राजस्थान में बहुत कम वर्षा करके निकल जाती है।  * अरब सागर से आने वाले मानसूनी हवाओं से राज्य के दक्षिणी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है।  * राज्य में होने वाली कुल वर्षा का लगभग 34 प्रतिशत वर्षा जुलाई माह में तथा 33 प्रतिशत वर्षा अगस्त माह में होती है।  * राज्य में वार्षिक वर्षा का औसत 57 सेमी है जिसका वितरण 10 से 100 सेमी के मध्य है।  * राज्य में वर्षा का समय तथा मात्रा अनिश्चिता के साथ ही वर्षा का वितरण भी असमान है। यह इस प्रकार है- 1. सबसे न्यूनतम वर्षा 10 सेमी से भी कम पश्चिमी भाग (जैसलमेर के उत्तर पश्चिमी भाग) में होती है।  2. सर्वाधिक वर्षा वाला जिला झालावाड़ है। इस जिले में ल...