पर्यावरण और जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राजस्थान राज्य स्तर का 'डालमिया पानी पर्यावरण पुरस्कार-2011' पिछले दिनों जयपुर संभाग के श्री शरद जोशी को प्रदान किया गया।
झुन्झुनूं जिले के बिसावा स्थित श्री रामकृष्ण जय दयाल डालमिया संस्था द्वारा आयोजित समारोह में पाँचवाँ डालमिया पानी-पर्यावरण पुरस्कार जोधपुर के पूर्व राज्य सभा सदस्य गजसिंह द्वारा प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता प्रवासी उद्योगपति रघुहरि डालमिया ने की। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपए, शाल एवं श्रीफल दिया गया। जोशी को यह पुरस्कार राजस्थान के दस जिलों के आदिवासियों, दलितों, गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों महिलाओं व बच्चों की आजीविका सुरक्षा, आर्थिक न्याय व मूल अधिकारों से जुड़े कार्य के लिए दिया गया है। इस अवसर पर मुख्य वक्ता रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित प्रो. राजेंद्र सिंह ने जल के घटते स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए जल सरंक्षण की अपील की तथा जल स्त्रोत के अनुसार कृषि करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्रकृति से प्रगति करे लेकिन उसका बाजारीकरण न करें।
संभाग स्तर पर अन्य सांत्वना पुरस्कार-
1. मेवाड़ संभाग का पुरस्कार मदन लाल नागदा (गांधी मानव कल्याण सोसायटी, उदयपुर) को
2. शेखावटी संभाग का पुरस्कार हनुमानगढ़ जिले के अनिल विश्नोई को
3. मारवाड़ संभाग का पुरस्कार किसान नरेन्द्र कुमार किराडू खाजूवाला बीकानेर
संभाग स्तर के सांत्वना पुरस्कारों के लिए 21 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई।
डालमिया पुरस्कार का परिचय-
"रामकृष्ण जयदयाल डालमिया पानी पर्यावरण पुरस्कार" रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान, गाँव बिसावा, जिला- झुंझुनूं द्वारा राजस्थान में जल एवं पर्यावरण के संरक्षण में किये जा रहे प्रयासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रारम्भ किया गया है।
इसके तहत प्रथम पुरस्कार (राज्य स्तरीय) रुपए एक लाख एवं प्रशस्ति पत्र, शाल व श्रीफल दिया जाता है जबकि सांत्वना पुरस्कार संभागीय स्तर पर रुपए 21,000 व प्रशस्ति पत्र, शाल व श्रीफल दिया जाता है जिसमें चार संभाग मारवाड़, शेखावाटी, हाड़ौती तथा मेवाड़ संभाग निर्धारित किए गए हैं।
13 वाँ आचार्य निरंजननाथ सम्मान वरिष्ठ कवि गोविन्द माथुर को
आचार्य निरंजननाथ स्मृति सेवा संस्थान के सहयोग से साहित्यिक पत्रिका सम्बोधन के माध्यम से प्रतिवर्ष दिया जाने वाला 13 वाँ आचार्य निरंजननाथ सम्मान इस वर्ष हिन्दी के वरिष्ठ कवि गोविंद माथुर को उनकी काव्य कृति "बची हुई हँसी" पर 31 हजार रुपए तथा नीलिमा टिक्कू की प्रथम प्रकाशित कृति "रिश्तोँ की बगिया" कहानी संग्रह पर 11 हजार रुपए नकद दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त इन्हें शॉल, श्रीफल, स्मृति चिह्न एवं प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए जाएँगे।
झुन्झुनूं जिले के बिसावा स्थित श्री रामकृष्ण जय दयाल डालमिया संस्था द्वारा आयोजित समारोह में पाँचवाँ डालमिया पानी-पर्यावरण पुरस्कार जोधपुर के पूर्व राज्य सभा सदस्य गजसिंह द्वारा प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता प्रवासी उद्योगपति रघुहरि डालमिया ने की। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपए, शाल एवं श्रीफल दिया गया। जोशी को यह पुरस्कार राजस्थान के दस जिलों के आदिवासियों, दलितों, गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों महिलाओं व बच्चों की आजीविका सुरक्षा, आर्थिक न्याय व मूल अधिकारों से जुड़े कार्य के लिए दिया गया है। इस अवसर पर मुख्य वक्ता रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित प्रो. राजेंद्र सिंह ने जल के घटते स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए जल सरंक्षण की अपील की तथा जल स्त्रोत के अनुसार कृषि करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्रकृति से प्रगति करे लेकिन उसका बाजारीकरण न करें।
संभाग स्तर पर अन्य सांत्वना पुरस्कार-
1. मेवाड़ संभाग का पुरस्कार मदन लाल नागदा (गांधी मानव कल्याण सोसायटी, उदयपुर) को
2. शेखावटी संभाग का पुरस्कार हनुमानगढ़ जिले के अनिल विश्नोई को
3. मारवाड़ संभाग का पुरस्कार किसान नरेन्द्र कुमार किराडू खाजूवाला बीकानेर
संभाग स्तर के सांत्वना पुरस्कारों के लिए 21 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई।
डालमिया पुरस्कार का परिचय-
"रामकृष्ण जयदयाल डालमिया पानी पर्यावरण पुरस्कार" रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान, गाँव बिसावा, जिला- झुंझुनूं द्वारा राजस्थान में जल एवं पर्यावरण के संरक्षण में किये जा रहे प्रयासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रारम्भ किया गया है।
इसके तहत प्रथम पुरस्कार (राज्य स्तरीय) रुपए एक लाख एवं प्रशस्ति पत्र, शाल व श्रीफल दिया जाता है जबकि सांत्वना पुरस्कार संभागीय स्तर पर रुपए 21,000 व प्रशस्ति पत्र, शाल व श्रीफल दिया जाता है जिसमें चार संभाग मारवाड़, शेखावाटी, हाड़ौती तथा मेवाड़ संभाग निर्धारित किए गए हैं।
13 वाँ आचार्य निरंजननाथ सम्मान वरिष्ठ कवि गोविन्द माथुर को
आचार्य निरंजननाथ स्मृति सेवा संस्थान के सहयोग से साहित्यिक पत्रिका सम्बोधन के माध्यम से प्रतिवर्ष दिया जाने वाला 13 वाँ आचार्य निरंजननाथ सम्मान इस वर्ष हिन्दी के वरिष्ठ कवि गोविंद माथुर को उनकी काव्य कृति "बची हुई हँसी" पर 31 हजार रुपए तथा नीलिमा टिक्कू की प्रथम प्रकाशित कृति "रिश्तोँ की बगिया" कहानी संग्रह पर 11 हजार रुपए नकद दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त इन्हें शॉल, श्रीफल, स्मृति चिह्न एवं प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए जाएँगे।
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