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Rajasthan Current GK-
राजस्थान समसामयिक सामान्य ज्ञान





उदयपुर के भूपेंद्र व्यास ने जीते कॉमनवेल्थ पावर लिफ्टिँग में 7 स्वर्ण

उदयपुर के खिलाड़ी भूपेंद्र व्यास ने दमदार प्रदर्शन करते हुए लंदन में दिसंबर माह में आयोजित हुई कॉमनवेल्थ इक्यूप्ड एवं अनइक्यूप्ड पावर लिफ्टिँग तथा बैंचप्रेस चैम्पियनशिप-2011 में 7 स्वर्ण और एक रजत पदक हासिल कर भारतीय टीम का नाम रोशन किया है। राजस्थान पुलिस में कार्यरत श्री व्यास ने 74 किलोग्राम वर्ग में व्यक्तिगत स्पर्धा में 5 स्वर्ण तथा 1 रजत जीती जबकि टीम स्पर्धा में 2 स्वर्ण जीतने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
इससे पूर्व श्री व्यास ने पिछले वर्ष मंगोलिया में आयोजित हुई एशियन पावर लिफ्टिँग चैम्पियनशिप में भी व्यक्तिगत स्पर्धा में दो स्वर्ण, एक कांस्य तथा टीम स्पर्धा में एक रजत सहित कुल 4 पदक जीते थे।
लंदन में हुई इस चैम्पियनशिप में राजस्थान पुलिस में हैड कांस्टेबल जोधपुर के मनोहरसिंह भी चार रजत पदक जीत कर लौटे हैं। मनोहर सिंह ने वहां ऑवर ऑल, स्क्वेट, बेंच प्रेस और डेड लिफ्ट में रजत पदक जीते।
गौरतलब है कि 42 सदस्यीय भारतीय पॉवर लिफ्टिंग टीम में राजस्थान से मनोहर सिंह और उदयपुर के भूपेंद्र कुमार व्यास ही चयनित हुए थे।


भीलवाड़ा नगर परिषद को राष्ट्रीय पुरस्कार-एकीकृत आवास एवं स्लम विकास कार्यक्रम में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पुरस्कृत

जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण विकास मिशन की छठी वर्षगांठ पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा उद्घाटित राष्ट्रीय सम्मेलन में राजस्थान की भीलवाड़ा नगर परिषद को एकीकृत आवास एवं स्लम विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए पुरस्कृत किया गया। राजस्थान के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने केंद्रीय नगरीय विकास मंत्री कमलनाथ और शहरी आवास एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री कुमारी शैलजा से यह पुरस्कार ग्रहण किया। पुरस्कार स्वरूप में डेढ़ लाख रू. का चैक, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
भीलवाड़ा नगर परिषद को कच्ची बस्तियों के पुनर्वास कार्यक्रम के अन्तर्गत 1400 से भी अधिक आवास निर्धारित समय सीमा से पूर्व निर्मित किए जाने पर इस उल्लेखनीय कार्य के लिए यह सम्मान दिया गया है। जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण विकास मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत राजस्थान के 55 शहरों में एकीकृत्त आवास एवं कच्ची बस्ती विकास कार्यक्रम चलाया जा रहा है।


देवीसिंह ने जीता कांस्य पदक

अल्वानिया की राजधानी तिराना में सम्पन्न हुई कुश्ती की फ्री स्टाईल वैटनर्स वर्ल्ड चैम्पियनशिप भरतपुर जिले के अभौर्रा गाँव के निवासी देवीसिंह ने इस वर्ष कांस्य पदक जीता। देवीसिंह कुन्तल वर्तमान में सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत हैं और वह सेना की टीम का कोच भी है। इससे पूर्व इन्होंने स्विट्जरलैण्ड में आयोजित हुई वैटनर्स वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी भाग लिया था किंतु पदक नहीं जीत पाए थे। देवी सिंह इस चैम्पियनशिप में भाग लेने गए देश के 16 पहलवानों में सम्मिलित थे।

मुख्यमंत्री की जान बचाने वाले निजी सुरक्षा अधिकारी रामनिवास इंस्पेक्टर बना किया पुरस्कृत


3 हजार फीट की ऊंचाई पर तकनीकी खराबी से हेलिकॉप्टर के अचानक लड़ख़ड़ाने के दौरान असाधारण सूझबूझ का परिचय देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत दूसरों की जान बचाने के लिए लंबे समय से मुख्यमंत्री के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) के रूप में कार्यरत उपनिरीक्षक रामनिवास को पुरस्कार के तौर पर इंस्पेक्टर बनाया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने सरकार की सिफारिश पर राम निवास को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन दिया है। राजस्थान पुलिस अकादमी में रामनिवास की ट्रेनिंग भी शुरु हो गई है।
मुख्यमंत्री 20 नवंबर की सुबह जयपुर से न्यांगली (चूरू) जा रहे थे। पिलानी के चांदगोठी गाँव के ऊपर से से गुजरते समय हेलिकॉप्टर के पंखों को घुमाने वाले रोटर की क्लिप टूट गई। खट-खट की आवाज सुन कर रामनिवास ने तुरंत विंग कमांडर यू. के. शर्मा और को-पायलट राकेश शर्मा सूचित किया। तभी हेलिकॉप्टर असंतुलित होकर हवा में लडखड़ाने लगा। राम निवास ने खुद की जान की परवाह किए बिना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत और ओएसडी गौरव बजाज को संभाले रखा तथा
हिचकोले खा रहे हेलिकॉप्टर के अंदर रखे सामान को एक-एक करके साइड में रखा जिससे ये भारी वस्तुएं मुख्यमंत्री समेत दूसरों पर नहीं गिरे। वे काफी देर तक सीएम अशोक गहलोत को पकड़कर खड़े रहे। जैसे ही हेलिकॉप्टर सुरक्षित लैंड हो गया। रामनिवास तुरंत सीएम को वहां से दूर ले गए। एविएशन विभाग की ओर से भी रामनिवास की इस प्रकरण में उत्कृष्ट भूमिका की सिफारिश सरकार के पास की गई थी।


राजस्थान रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में

गत चैंपियन राजस्थान ने अंतिम दो मैचों में लगातार जीत हासिल करके रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। राजस्थान के अतिरिक्त सौराष्ट्र व उत्तरप्रदेश के भी 16-16 अंक थे, लेकिन बेहतर रन औसत के आधार पर राजस्थान ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। नॉक आउट में स्थान बनाने के लिए राजस्थान को दिनांक 24 दिसंबर को हुए कर्नाटक-उत्तरप्रदेश मैच का इंतजार करना पड़ा। यह मैच ड्रॉ रहा। यदि उप्र जीत जाता, तो फिर राजस्थान नॉकआउट में जगह नहीं मिल सकती थी।
एलीट ग्रुप-ए से राजस्थान के अतिरिक्त मुंबई व कर्नाटक ने नॉक आउट के लिए क्वालिफाई किया है। ग्रुप-बी से तमिलनाडु, मध्यप्रदेश व हरियाणा ने क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाया है। क्वार्टर फाइनल की दो अन्य टीमें प्लेट ग्रुप से आएगी। प्लेट ग्रुप से महाराष्ट्र व विदर्भ ने क्वालिफाई कर लिया है।
क्वार्टर फाइनल मुकाबले दो जनवरी से शुरू होंगे।





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राजस्थान का प्रसिद्ध हुरडा सम्मेलन - 17 जुलाई 1734

हुरडा सम्मेलन कब आयोजित हुआ था- मराठा शक्ति पर अंकुश लगाने तथा राजपूताना पर मराठों के संभावित आक्रमण को रोकने के लिए जयपुर के सवाई जयसिंह के प्रयासों से 17 जुलाई 1734 ई. को हुरडा (भीलवाडा) नामक स्थान पर राजपूताना के शासकों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसे इतिहास में हुरडा सम्मेलन के नाम  जाता है।   हुरडा सम्मेलन जयपुर के सवाई जयसिंह , बीकानेर के जोरावर सिंह , कोटा के दुर्जनसाल , जोधपुर के अभयसिंह , नागौर के बख्तसिंह, बूंदी के दलेलसिंह , करौली के गोपालदास , किशनगढ के राजसिंह के अलावा के अतिरिक्त मध्य भारत के राज्यों रतलाम, शिवपुरी, इडर, गौड़ एवं अन्य राजपूत राजाओं ने भाग लिया था।   हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता किसने की थी- हुरडा सम्मेलन की अध्यक्षता मेवाड महाराणा जगतसिंह द्वितीय ने की।     हुरडा सम्मेलन में एक प्रतिज्ञापत्र (अहदनामा) तैयार किया गया, जिसके अनुसार सभी शासक एकता बनाये रखेंगे। एक का अपमान सभी का अपमान समझा जायेगा , कोई राज्य, दूसरे राज्य के विद्रोही को अपने राज्य में शरण नही देगा ।   वर्षा ऋतु के बाद मराठों के विरूद्ध क

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