बुधवार 2 मई को उदयपुर के पांच सितारा होटल इन्दर रेजीडेन्सी में एशियन पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता का उद्घाटन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ राज्य के खेल मंत्री मांगीलाल गरासिया के मुख्य आतिथ्य में हुआ। समारोह की अध्यक्षता एशियन पावर लिफ्टिंग फेडरेशन के अध्यक्ष सुसूमो योशीदा ने की जबकि विशिष्ठ अतिथि जिला प्रमुख मधु मेहता थी। इस अवसर पर भारतीय पावर लिफ्टिंग फेडरेशन के अध्यक्ष राजेश तिवारी, महासचिव अर्जुन एवार्ड विजेता सुब्रतो दत्ता एवं आयोजन समिति के चेयरमेन लालसिंह झाला आदि उपस्थित थे।
उद्घाटन समारोह के बाद आयोजित मुकाबलों में महिलाओं के 43 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की एम. एस. अक्षया ने सब जूनियर वर्ग में 187.5 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता। वही जूनियर वर्ग में भारत की के. बी. सुमित्रा ने 237.5 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता।
47 किलो भार वर्ग में सब-जूनियर वर्ग में भारत की दीपा ने 200 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता। इसके अतिरिक्त 59 किग्रा पुरुष सीनियर में पी. सुरेश ने तथा जूनियर वर्ग में राव मल्लेश्वर ने रजत पदक जीता।
उदयपुर के समीर खान ने पहली अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में ही जीता कांस्य-
चैम्पियनशिप के दूसरे दिन गुरूवार 3 मई को 66 किग्रा जूनियर वर्ग में रोनाल्ड वर्गिस ने भारत के खाते में एक और स्वर्ण जोड़ा। वहीं उदयपुर के युवा पावर लिफ्टर समीर खान (24) ने पहली बार अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेते हुए 66 किग्रा सीनियर वर्ग मे कांस्य पदक जीता। महिला वर्ग में 52 किग्रा जूनियर वर्ग में कर्नाटक की अमिता ने, 57 किग्रा सीनियर वर्ग में कर्नाटक की सुगंधी ने तथा 57 किग्रा जूनियर वर्ग में ग्वालियर की उमा पटेल ने रजत पदक जीते।
राजस्थान के भूपेन्द्र व्यास तथा अलका स्वामी को मिला रजत-
इस चैम्पियनशिप में शुक्रवार 4 मई का दिन पूरी तरह से भारत के नाम रहा। भारतीय पावर लिफ्टरों ने कुल 12 पदक जीतकर मेजबान टीम की झोली और भारी कर दी। उदयपुर के पावर लिफ्टर राजस्थान पुलिस में कॉस्टेबल भूपेन्द्र व्यास ने 74 कि.ग्रा. मास्टर-1 वर्ग में रजत पदक हासिल किया। मास्टर-1 में ही केरल के बीन्नू एस.एल. ने स्वर्ण जीता जबकि मास्टर्स-3 में सतीश पाई ने स्वर्ण और रमेश देव ने रजत पदक जीता। सब जूनियर में बलदेव सिंह ने कांस्य पदक हासिल किया। महिला वर्ग में भी भारत का दबदबा है। 63 किलोग्राम वर्ग में एस. लोगेश्वरी ने, मास्टर वर्ग 63 में बेला घोष ने और 72 किग्रा वर्ग में रतनमणी राय चौधरी ने स्वर्ण पदक हासिल किए। वहीं 63 किग्रा सीनियर वर्ग में तेजस्वनी नायडू ने, 72 किग्रा सब जूनियर में श्रीलदी ने तथा 72 किग्रा जूनियर में अलका स्वामी (राजस्थान) ने रजत पदक जीता जबकि 72 किग्रा सीनियर में शाकिया मृणालिनी ने कांस्य पर कब्जा जमाया।
चैम्पियनशिप के चौथे दिन भारत की 55 वर्ष की विजया नार ने 84 किग्रा वर्ग में 207.5 किग्रा वजन उठा कर स्वर्ण पदक जीत कर कमाल कर दिया। इसके अलावा मास्टर 2 में सुरेन्द्र सिंह ने स्वर्ण पदक जीता।
भारत के लिए महिलाओं के 84 किग्रा जूनियर वर्ग में पूजा ने रजत, 84 किग्रा सीनियर में अपर्णा घाटे ने कांस्य तथा नेहा ने जूनियर में कांस्य जीता जबकि 84+ सीनियर में हेमींटा ने रजत, 83 किग्रा सब जूनियर में अश्विनी ने कांस्य, मास्टर 2 में सुदेश वाघमारे ने रजत पदक तथा मास्टर 3 में पंडोली नासिर ने कांस्य पदक जीता।
बीकानेर के शिवनारायण व्यास ने जीता कांस्य-
प्रतियोगिता के पाँचवे दिन राजस्थान के बीकानेर के शिवनारायण व्यास ने 105 किग्रा जूनियर वर्ग में 715 किलोग्राम वजन उठा कर कांस्य पदक जीता जबकि मेजबान भारत के इस दिन 93 किग्रा मास्टर 3 वर्ग में हरीश कुमार ने स्वर्ण, जूनियर में राघवेंन्द्र गौड़ ने रजत, नीरज जैन ने कांस्य जीता। मास्टर 1 में टी के रामचंद्रन ने रजत, मास्टर 2 में टी के विकास ने रजत और अर्जुन सगरवंशी ने कांस्य पदक जीता जबकि 105 किग्रा मास्टर 1 में मंजीत सिंह ने रजत व ललित कुमार ने कांस्य तथा मास्टर 3 में पूरनसिंह ने रजत पदक जीता।
प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत को पुरूष वर्ग में तीन कांस्य हासिल हुए। पुरूष वर्ग के 120 कि.ग्रा. सब जूनियर भार वर्ग मुकाबलों में भारत के बलविन्दर सिंह ने और सीनियर वर्ग में उदय कुमार ने कांस्य पदक जीता। वहीं 120 किग्रा से अधिक भार वर्ग के सीनियर मुकाबले में भारत के राजीव चौधरी ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया।
महिलाएँ रही पुरुषों से आगे-
इस चैम्पियनशिप में भारत की कुल उपलब्धि इस प्रकार रही-
*. पुरुष वर्ग-
> कुल 5 स्वर्ण, 10 रजत और 11 कांस्य पदक।
> मास्टर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप
> जूनियर में उपविजेता।
*. महिला वर्ग-
> 7 स्वर्ण, 8 रजत और 3 कांस्य।
> सब जूनियर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप
> जूनियर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप
> मास्टर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप
> सीनियर वर्ग में उपविजेता का खिताब।
एशियाई देशों की अन्य टीमों के बीच कजाकिस्तान सभी पर भारी पड़ी। उसने महिला व पुरूष के सीनियर वर्ग और पुरूष जूनियर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप जीती।
सब जूनियर में अफगानिस्तान को टीम चैम्पियनशिप मिली।
स्ट्रांग मैन आफ द एशिया खिताब-
चीनी ताइपे के टीसूंग टींग
स्ट्रांग वूमेन आफ एशिया खिताब-
ताइपे की चु यी जू
उद्घाटन समारोह के बाद आयोजित मुकाबलों में महिलाओं के 43 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की एम. एस. अक्षया ने सब जूनियर वर्ग में 187.5 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता। वही जूनियर वर्ग में भारत की के. बी. सुमित्रा ने 237.5 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता।
47 किलो भार वर्ग में सब-जूनियर वर्ग में भारत की दीपा ने 200 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता। इसके अतिरिक्त 59 किग्रा पुरुष सीनियर में पी. सुरेश ने तथा जूनियर वर्ग में राव मल्लेश्वर ने रजत पदक जीता।
उदयपुर के समीर खान ने पहली अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में ही जीता कांस्य-
चैम्पियनशिप के दूसरे दिन गुरूवार 3 मई को 66 किग्रा जूनियर वर्ग में रोनाल्ड वर्गिस ने भारत के खाते में एक और स्वर्ण जोड़ा। वहीं उदयपुर के युवा पावर लिफ्टर समीर खान (24) ने पहली बार अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेते हुए 66 किग्रा सीनियर वर्ग मे कांस्य पदक जीता। महिला वर्ग में 52 किग्रा जूनियर वर्ग में कर्नाटक की अमिता ने, 57 किग्रा सीनियर वर्ग में कर्नाटक की सुगंधी ने तथा 57 किग्रा जूनियर वर्ग में ग्वालियर की उमा पटेल ने रजत पदक जीते।
राजस्थान के भूपेन्द्र व्यास तथा अलका स्वामी को मिला रजत-
इस चैम्पियनशिप में शुक्रवार 4 मई का दिन पूरी तरह से भारत के नाम रहा। भारतीय पावर लिफ्टरों ने कुल 12 पदक जीतकर मेजबान टीम की झोली और भारी कर दी। उदयपुर के पावर लिफ्टर राजस्थान पुलिस में कॉस्टेबल भूपेन्द्र व्यास ने 74 कि.ग्रा. मास्टर-1 वर्ग में रजत पदक हासिल किया। मास्टर-1 में ही केरल के बीन्नू एस.एल. ने स्वर्ण जीता जबकि मास्टर्स-3 में सतीश पाई ने स्वर्ण और रमेश देव ने रजत पदक जीता। सब जूनियर में बलदेव सिंह ने कांस्य पदक हासिल किया। महिला वर्ग में भी भारत का दबदबा है। 63 किलोग्राम वर्ग में एस. लोगेश्वरी ने, मास्टर वर्ग 63 में बेला घोष ने और 72 किग्रा वर्ग में रतनमणी राय चौधरी ने स्वर्ण पदक हासिल किए। वहीं 63 किग्रा सीनियर वर्ग में तेजस्वनी नायडू ने, 72 किग्रा सब जूनियर में श्रीलदी ने तथा 72 किग्रा जूनियर में अलका स्वामी (राजस्थान) ने रजत पदक जीता जबकि 72 किग्रा सीनियर में शाकिया मृणालिनी ने कांस्य पर कब्जा जमाया।
चैम्पियनशिप के चौथे दिन भारत की 55 वर्ष की विजया नार ने 84 किग्रा वर्ग में 207.5 किग्रा वजन उठा कर स्वर्ण पदक जीत कर कमाल कर दिया। इसके अलावा मास्टर 2 में सुरेन्द्र सिंह ने स्वर्ण पदक जीता।
भारत के लिए महिलाओं के 84 किग्रा जूनियर वर्ग में पूजा ने रजत, 84 किग्रा सीनियर में अपर्णा घाटे ने कांस्य तथा नेहा ने जूनियर में कांस्य जीता जबकि 84+ सीनियर में हेमींटा ने रजत, 83 किग्रा सब जूनियर में अश्विनी ने कांस्य, मास्टर 2 में सुदेश वाघमारे ने रजत पदक तथा मास्टर 3 में पंडोली नासिर ने कांस्य पदक जीता।
बीकानेर के शिवनारायण व्यास ने जीता कांस्य-
प्रतियोगिता के पाँचवे दिन राजस्थान के बीकानेर के शिवनारायण व्यास ने 105 किग्रा जूनियर वर्ग में 715 किलोग्राम वजन उठा कर कांस्य पदक जीता जबकि मेजबान भारत के इस दिन 93 किग्रा मास्टर 3 वर्ग में हरीश कुमार ने स्वर्ण, जूनियर में राघवेंन्द्र गौड़ ने रजत, नीरज जैन ने कांस्य जीता। मास्टर 1 में टी के रामचंद्रन ने रजत, मास्टर 2 में टी के विकास ने रजत और अर्जुन सगरवंशी ने कांस्य पदक जीता जबकि 105 किग्रा मास्टर 1 में मंजीत सिंह ने रजत व ललित कुमार ने कांस्य तथा मास्टर 3 में पूरनसिंह ने रजत पदक जीता।
प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत को पुरूष वर्ग में तीन कांस्य हासिल हुए। पुरूष वर्ग के 120 कि.ग्रा. सब जूनियर भार वर्ग मुकाबलों में भारत के बलविन्दर सिंह ने और सीनियर वर्ग में उदय कुमार ने कांस्य पदक जीता। वहीं 120 किग्रा से अधिक भार वर्ग के सीनियर मुकाबले में भारत के राजीव चौधरी ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया।
महिलाएँ रही पुरुषों से आगे-
इस चैम्पियनशिप में भारत की कुल उपलब्धि इस प्रकार रही-
*. पुरुष वर्ग-
> कुल 5 स्वर्ण, 10 रजत और 11 कांस्य पदक।
> मास्टर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप
> जूनियर में उपविजेता।
*. महिला वर्ग-
> 7 स्वर्ण, 8 रजत और 3 कांस्य।
> सब जूनियर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप
> जूनियर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप
> मास्टर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप
> सीनियर वर्ग में उपविजेता का खिताब।
एशियाई देशों की अन्य टीमों के बीच कजाकिस्तान सभी पर भारी पड़ी। उसने महिला व पुरूष के सीनियर वर्ग और पुरूष जूनियर वर्ग में टीम चैम्पियनशिप जीती।
सब जूनियर में अफगानिस्तान को टीम चैम्पियनशिप मिली।
स्ट्रांग मैन आफ द एशिया खिताब-
चीनी ताइपे के टीसूंग टींग
स्ट्रांग वूमेन आफ एशिया खिताब-
ताइपे की चु यी जू
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