राजस्थान
के
झुंझुंनू
जिले
पिलानी शहर
में
स्थित
"केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीरी)",
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), नई दिल्ली का
एक
घटक
संस्थान
है
जिसका
लोकप्रिय
नाम
सीरी
है।
शब्द
संक्षेप
CSIR-CEERI
का
पूरा
नाम
CSIR-Central Electronics
Engineering Research Institute
है।
इस
संस्थान
की
आधारशिला
तत्कालीन
प्रधानमंत्री
पंडित
जवाहर
लाल
नेहरू
द्वारा
21 सितंबर, 1953 को
रखी
गई
थी।
वास्तविक
अनुसंधान
एवं
विकास
कार्य
वर्ष
1958
के
अंत
में
प्रारंभ
हुआ।
तब
से
सीएसआईआर-सीरी
प्रौद्योगिकी
के
विकास
और
इलेक्ट्रॉनिकी
में
उन्नत
अनुसंधान
के
लिए
उत्कृष्टता
के
केंद्र
(Centre for Exellence) के
रूप
में
विकसित
हुआ
है।
बीते
वर्षों
में
संस्थान
ने
बहुत
से
उत्पाद
और
प्रक्रियाएं
विकसित
की
हैं
तथा
इलेक्ट्रॉनिकी
उद्योग
की
उभरती
जरूरतों
को
पूरा
करने
के
लिए
सुविधाओं
की
स्थापना
की
है। यह संस्थान इलेक्ट्रॉनिकी उपकरणों व तंत्रों में
अनुसंधान और विकास करना, प्रौद्योगिकी समावेश, उन्नयन और विविधीकरण में उद्योगों की
सहायता करना, अभिकल्प,
निर्माण
और परीक्षण में उद्योगों और उपयोगकर्ताओं को अनुसंधान एवं विकास सेवाएं प्रदान करना तथा उत्पाद विकास, सटीकता और गुणवत्ता की विशिष्ट जरूरतों
के लिए तकनीकी सेवाएं प्रदान करना जैसे उद्देश्यों के तहत स्थापित किया गया है।
वर्ष 1953 में
अपनी स्थापना के उपरांत यह इलेक्ट्रॉनिकी के संवर्द्धन तथा इस क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास
कार्य के लिए राष्ट्र की सेवा में समर्पित है । सीएसआईआर-सीरी के
प्रमुख अनुसंधान और
विकास कार्यक्रमों को तीन प्रमुख क्षेत्रों में वर्गीकृत किया जा सकता है:-
1. माइक्रोवेव ट्यूब्स
(सूक्ष्म तरंग नलिकाएं)-
माइक्रोवेव ट्यूब्स के क्षेत्र में संस्थान का ध्यान मुख्यत: संचार ट्यूब्स और औद्योगिक
ट्यूब्स पर शोध करने पर है। ये निर्वात नलिकाएं मुख्य रूप से जायरोट्रॉन, क्लायस्ट्रॉन, मैग्ने्ट्रॉन,
प्लाज्मा युक्तियाँ, चल तरंग नलिकाएँ आदि हैं।
2. सेमीकंडक्टर युक्तियां-
इस संस्थान में सेमीकंडक्टर युक्तियों
के क्षेत्र में निम्नांकित विकास परियोजनाएं सक्रिय रूप से जारी है-
- आईसी डिजाइन
- पावर इलेक्ट्रॉनिकी
- युक्ति प्रसंस्करण
- माइक्रोवेव उपकरण
- संकर सूक्ष्म परिपथ (हाइब्रिड माइक्रोसर्किट्स)
- फोटोनिक्स और प्रकाश इलेक्ट्रॉनिकी उपकरण व सेमीकंडक्टर सामग्री
3. इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियाँ- इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों के क्षेत्र
में इस संस्थान द्वारा किये जा रहे पर अनुसंधान एवं विकास कार्य निम्नलिखित
है-
- आंकिक प्रणालियाँ
- पावर इलेक्ट्रॉनिकी
- कृषि इलेक्ट्रॉनिकी
- भाषण प्रौद्योगिकी
- औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिकी
- इंस्ट्रूमेंटेशन प्रणालियां
- संचार अभियांत्रिकी
मानव
संसाधन विकास-
इस क्षेत्र में सीरी
द्वारा इंजीनियरिंग की मेकेट्रोनिक्स नामक विशेष
शाखा में एम.टेक. का अध्यापन कार्य किया जाता है, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा मेकेनिकल का
सम्मिश्रण है।
देश
के प्रमुख विश्वविद्यालयों तथा इंजीनियरिंग कॉलेजों के विद्यार्थियों को अनुसन्धान
प्रायोजनाओं के सञ्चालन में सीरी द्वारा सहयोग किया जाता है।
VLSI
(Very-large-scale
integration)
तकनीक पर माइक्रो-चिप के डिज़ाइन और संबंधित सॉफ्टवेयर के विकास क्षेत्र में
अनुसन्धान के लिए चलाये जा रहे विशेष मानव संसाधन प्रशिक्षण प्रोजेक्ट में सीरी देश
के प्रमुख सन्दर्भ केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है।
यहाँ के वैज्ञानिकों द्वारा बिट्स, पिलानी में
अध्यापन भी किया जाता है तथा विभिन्न विश्वविद्यालयों में इन्हें गेस्ट अध्यापक के
रूप में व्याख्यानों के आमंत्रित किया जाता है।
यहाँ
के वैज्ञानिक शोध विद्यार्थियों के लिए पीएचडी गाइड के रूप में उत्कृष्ट कार्य
सम्पादित कर रहे हैं।
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