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Mission Purn Shakti of Pali and Bundi- मिशन पूर्ण शक्ति, पाली एवं बूंदी

राजस्थान में महिलाओं की स्थिति को देखते हुए महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कुछ ठोस परिणाम लाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण मिशन, भारत सरकार के तत्वाधान में राजस्थान के पाली जिले में मिशन पूर्ण शक्ति नामक पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत 16 सितम्बर, 2011 को की गई थी। इस मिशन का नारा हम सुनेगें नारी की बात है।

मिशन पूर्ण शक्तिपाली में शुरू किया गया एक कन्वरजेन्स मॉडल है, जिसका उद्देश्य विभिन्न विभागों के मध्य आपसी समन्वय सुनिश्चित कर एक सिंगल विन्डो के माध्यम से महिला विकास को सुनिश्चित करना है।
मिशन के माध्यम से महिलाओं को विकास योजनाओं के लाभ में भागीदार बनाने के उद्देश्य से ग्राम स्तर पर ऐसा ढांचा तैयार किया गया है जिसके तहत महिला विकास हेतु विभिन्न योजनाओं के बारे में महिलाओं को जानकारी प्रदान की जा सके तथा उन्हें योजनाओं का वास्तविक लाभ मिल सके।
इस हेतु राजस्थान के पाली जिले की 150 ग्राम पंचायतों को चुना गया है। जहां प्रत्येक ग्राम पंचायत में पूर्ण शक्ति केन्द्रकी स्थापना की गई है। इस मिशन की आधारभूत कड़ी ग्राम समन्वयक है जो पूर्ण शक्ति केन्द्रों पर उन्हें दिये गये कार्य सम्पादित करती है। प्रत्येक पूर्ण शक्ति केंद्र पर 2 स्थानीय महिला ग्राम समन्वयकों की भर्ती की गई है, जिन्हें महिलान्मुखी समस्त केंद्रीय तथा राज्य योजनाओं की जानकारी दी गई है। इस संबंध में उन्हें प्रशिक्षित किया गया है।

महिला ग्राम समन्वयक के कार्य-

  • उस गांव की जरूरतमंद महिला को आवश्यकतानुसार किसी संबंधित योजना से लाभ लेने हेतु केवल जानकारी प्रदान करना।

  • उनके आवेदन भरकर संबंधित विभाग में जमा करवाना।

  • यह भी सुनिश्चित करना कि उस योजना का लाभ जरूरतमंद महिला को मिल सके।

  • इसके अलावा उसका समयानुसार फॉलोअप भी करना।

  • महिला सशक्तिकरण हेतु जनचेतना जागृत करने के लिए नुक्कड़ नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नारा लेखन, रैली, पोस्टर लेखन आदि में सक्रिय भागीदारी।

  • कन्या भ्रूण हत्या रोकने तथा बाल विवाह रोकने हेतु इनका प्रयास।

  • बच्चों की शिक्षा हेतु स्कूलों में नामांकन बढा़ने तथा स्कूलों से ड्रॉपआउट रोकने के लिए प्रयास।

  • महिला एवं बाल विकास विभाग के ग्राम पंचायत स्तर की कार्मिक साथिन, आशा, सहयोगिनी, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पोषण, टीकाकरण, स्वास्थ्य जाचं संबंधी कार्य करने में सहयोग।

मिशन में गैर सरकारी संगठनों का सहयोग-

मिशन में गैर सरकारी संगठनों का भी सहयोग लिया गया, जिसके तहत महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु कार्यरत हैण्ड इन हैण्डएन. जी. . तथा कन्या भ्रूण हत्या रोकने तथा शिशु लिंगानुपात बढ़ाने हेतु कार्यरत एन. जी. . सी-फारजिला महिला सशक्तिकरण प्राधिकरण द्वारा चयनित एन.जी.. शनिधाम ट्रस्ट प्रमुख है।

इस मिशन के प्रमुख लक्ष्य-

  • महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाएं, पेयजल उपलब्ध कराना तथा उन्हें स्वच्छता का महत्व समझाना।

  • प्राथमिक कक्षा से लेकर कक्षा 12 तक की जरूरत मंद छात्राओं का चिन्हित करना।

  • महिलाओं बालिकाओं को उच्च व्यवासायिक शिक्षा उपलब्ध कराना, दक्षता विकास, सूक्ष्म ऋण उपलब्ध कराना, तकनीकी शिक्षा, स्वयं सहायता समूह का विकास।

  • समाज को जेन्डर संवेदी बनाने का प्रयास।

  • महिलाओं के विरूद्व होने वाले अपराधों को रोकने उन्हें एक सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने का प्रयास।

    In order to bring some concrete results in the field of women empowerment in Rajasthan, a pilot project "Mission Purn Shakti" was started on 16 September, 2011 in Pali district of Rajasthan under the aegis of the National Women Empowerment Mission,  India. The mission's slogan was "Ham Sunenge Naari ki Bat '. "Mission Purn Shakti, began in Pali, is a convergence model, whose objective is to ensure women's development through a single window by ensuring coordination between the various departments.

    Such a structure has been designed at the village level which is aimed to make women partner in the benefits of development programs through this mission, through which information of various schemes for the development of women can be provided to women and the real benefits of the schemes could be achieved by them.

    150 gram panchayats of the Pali district of Rajasthan have been selected for this mission,  where Purn Shakti Kendra have been established in every gram panchayat. The Village-Coordinator is a basic link of this mission who perform the works assigned to them at Purn Shakti Kendra. Two local women village coordinators has been recruited at each Purn Shakti center, who have been provided information of all women oriented central and state plans. They have been trained In this regard.

    Functions of women village coordinators-

  • Not only provides information according to need to a needy woman of the village for taking advantage from the related plan but also filling in their application and submit them to the respective department.

  • Also ensure that the benefit of the scheme could be taken by the needy woman.

  • Besides this, take timely further follow-up actions also. 

  • Active participation in street plays, cultural programs, slogan writing, rallies, posters writing etc to raise awareness for women's empowerment. 

  • Efforts to prevent female infanticide and stop child marriage.

  • To do Efforts to increase enrollment in schools for the education of children and attempts to prevent dropout from schools. 

  • Cooperate with Gram Panchayat level personnel of the Department of Women and Child Development viz Sathin, Asha, Sahyogini, Anganwadi workers for nutrition, immunization, health check ups.

Support of the non-governmental organizations in Mission-

The support of  NGOs was taken in Mission, under which NGO 'Hand in Hand'-working for women's economic empowerment And prevent female infanticide and NGO 'C - For'-working for increasing child sex ratio, the NGO 'Shani Dham Trust' selected by the District Women's Empowerment Authority are the major NGOs.

The major goals of this mission -

  • Providing facilities of health and drinking water to Women and explain them the importance of hygiene.

  • Identify needy needy female students from primary to class 12.

  • Providing higher and vocational education to girls and women, skills development, providing micro-loans, technical education, development of self-help groups.

  • Try to make society gender sensitive.

  • Efforts to prevent crimes against women and provide a safe environment to them.

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