राजस्थान आईएलडी कौशल विश्वविद्यालय (Rajasthan ILD Skills University-RISU)
राजस्थान आईएलडी कौशल विश्वविद्यालय (Rajasthan ILD Skills University-RISU) को 07.03.2017 को राज्य विधानसभा में पारित राजस्थान सरकार ''राजस्थान आईएलडी कौशल विश्वविद्यालय, जयपुर अधिनियम 2017 (2017 अधिनियम संख्याक 6)'' के रूप में शामिल किया गया है। युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए तथा सामान्य शिक्षा के साथ
कौशल विकास को जोड़ने के लिये राज्य सरकार द्वारा सरकारी क्षेत्र में कौशल
विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए यह विधेयक लाया गया था। इस संबंध में रिसर्जेंट राजस्थान 2015 में आईएफसीआई (इंडस्ट्रीयल फाइनेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), आई एल डी (इंस्टीट्युट ऑफ लीडरशिप डवलपमेंट), आरएसएलडीसी (राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम) तथा उच्च शिक्षा विभाग के मध्य एमओयू किया गया था।
यह विश्वविद्यालय भारत का प्रथमं सरकारी कौशल विश्वविद्यालय है। राज्य में राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे को लागू करने के लिए RISU एक प्रभावी संस्थागत हस्तक्षेप है।
RISU के पहले कुलपति के रूप में पूर्व IAS और भारत सरकार के पूर्व-सचिव डॉ. ललित के पंवार को नियुक्त किया गया। विश्वविद्यालय से अब तक कौशल संबंधित 58 संस्थान/कॉलेज संबद्ध हैं और 1000 से अधिक छात्र इन संस्थानों में कौशल आधारित पाठ्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं। इससे संबद्ध संस्थानों ने जुलाई, 2018 से अपना पहला सत्र शुरू किया था। सरकारी विश्वविद्यालय होने के नाते, RISU बड़ी संख्या में कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण में संचालित संस्थानों के लिए संबद्ध निकाय है। इस विश्वविद्यालय में डिग्री के साथ विद्यार्थियों को डिप्लोमा कोर्स भी कराए जा रहे हैं। इसमें 11 सदस्यीय एकेडेमिक कॉउन्सिल है।
RISU के पहले कुलपति के रूप में पूर्व IAS और भारत सरकार के पूर्व-सचिव डॉ. ललित के पंवार को नियुक्त किया गया। विश्वविद्यालय से अब तक कौशल संबंधित 58 संस्थान/कॉलेज संबद्ध हैं और 1000 से अधिक छात्र इन संस्थानों में कौशल आधारित पाठ्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं। इससे संबद्ध संस्थानों ने जुलाई, 2018 से अपना पहला सत्र शुरू किया था। सरकारी विश्वविद्यालय होने के नाते, RISU बड़ी संख्या में कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण में संचालित संस्थानों के लिए संबद्ध निकाय है। इस विश्वविद्यालय में डिग्री के साथ विद्यार्थियों को डिप्लोमा कोर्स भी कराए जा रहे हैं। इसमें 11 सदस्यीय एकेडेमिक कॉउन्सिल है।
दृष्टि:
एकीकृत और समग्र तरीके से कौशल शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना।
मिशन :
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में कौशल शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण अग्रणी मान्यता प्राप्त संस्थानों में से एक के रूप में उभरना।
उद्देश्य:
- कौशल शिक्षा और प्रशिक्षण के संस्थानों को निर्धारित मापदंडों के अनुसार संबद्धता तथा मान्यता प्रदान करना।
- राष्ट्रीय व्यावसायिक मानकों के अनुसार क्रेडिट फ्रेमवर्क विकसित करना।
- सेक्टर स्किल काउंसिल या राष्ट्रीय कौशल योग्यता समिति तथा उद्योगों के परामर्श से पहचाने गए रोजगारों की भूमिकाओं के लिए योग्यता पैक और व्यावसायिक मानक विकसित करना।
- राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क के अनुसार शैक्षिक योग्यता एवं पाठ्यक्रम/कार्यक्रम को संरेखित करना।
- छात्रों के कौशल में व्यावहारिक प्रशिक्षण के उद्देश्य से उद्योगों को चिह्नित करना एवं उनसे सहयोग प्राप्त करना व देना।
- दक्षताओं की मान्यता के लिए मानदंडों को परिभाषित करना।
- कौशल शिक्षा और प्रशिक्षण प्रयोजनों में शैक्षिक व अनुसंधान कार्यक्रमों की अवधारणा, नवाचार, डिजाइन और मूल्यांकन के लिए संस्थानों के साथ मिलकर कार्य करना तथा सहयोग करना।
- किसी भी अन्य विश्वविद्यालय या मान्यता प्राप्त संस्थानों में संचालित सहित डिग्री, डिप्लोमा, प्रमाण पत्र और अन्य शैक्षणिक विशिष्टता प्रदान करने वाले प्रमाणपत्रों/पाठ्यक्रमों को संचालित करने एवं परीक्षा आयोजित करने के कार्य को व्यवस्थागत स्वरुप प्रदान करना।
- कौशल शिक्षा एवं प्रशिक्षण से संबंधित कॉलेजों, स्कूलों, केंद्रों, प्रभागों, विभागों और संस्थानों की स्थापना और रखरखाव करना।
इस वेब पेज पर आने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद् और आभार. (c)
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Thanks
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