Early rural development projects (pre and post independence) ग्रामीण विकास की आरम्भिक परियोजनाएं (स्वतंत्रता के पूर्व एवं पश्चात्)
भारत में ग्रामीण विकास की आरम्भिक परियोजनाएं (स्वतंत्रता के पूर्व एवं पश्चात्)
क्र. सं. | परियोजना नाम | आरम्भ होने का वर्ष | योजना के प्रणेता | परियोजना क्षेत्र |
1 | श्रीनिकेतन परियोजना | 1921 | श्री रविन्द्र नाथ टैगोर | श्रीनिकेतन (पश्चिमी बंगाल) |
2 | मार्ताडम परियोजना | 1921 | डॉ. स्पेन्सर हैच | मार्ताडम (कन्या कुमारी) केरल |
3 | गुड़गांव परियोजना | 1927 | एफ.एल. ब्रायन | गुड़गांव (हरियाणा) |
4 | बड़ौदा परियोजना | 1932 | बी.टी. कृष्णाचारी | कोसाला (बड़ौदा, गुजरात) |
5 | सेवाग्राम परियोजना | 1936 | महात्मा गांधी | सेवाग्राम (वर्धा, गुजरात) |
6 | फिरका विकास परियोजना | 1947 | मद्रास राज्य | मद्रास क्षेत्र (वर्तमान तमिलनाडु) |
7 | इटावा परियोजना | 1948 | अलवर्ट मायर | मेहागांव (इटावा, उत्तरप्रदेश) |
8 | नीलाखेड़ी परियोजना | 1949 | एस. के. डे | नीलाखेड़ी (हरियाणा) |
9 | सामुदायिक विकास परियोजना | 1952 | योजना आयोग | सम्पूर्ण भारत |
स्रोत - कुरुक्षेत्र पत्रिका, जनवरी, 2005
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