हर साल 19 जनवरी को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (National Disaster Response Force-एनडीआरएफ) का स्थापना दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2006 में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत एनडीआरएफ की स्थापना की गई थी। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) नामक इस विशेष बल की स्थापना आपदा या संकट की स्थिति में विशेष प्रतिक्रिया के उद्देश्य से की गई थी। अतुल करवाल, आईपीएस, एनडीआरएफ के महानिदेशक हैं। वर्तमान में, एनडीआरएफ के पास 16 बटालियनों की क्षमता है और प्रत्येक बटालियन में 1149 कर्मी हैं। इन बटालियनों में से बीएसएफ (Border Security Force)और सीआरपीएफ (Central Reserve Police Force) से तीन-तीन, सीआईएसएफ (Central Industrial Security Force), आईटीबीपी (Indo-Tibetan Border Police) और एसएसबी से दो-दो बटालियन हैं । प्रत्येक बटालियन में इंजीनियरों, तकनीशियनों, इलेक्ट्रीशियन, डॉग स्क्वॉड और मेडिकल/पैरामेडिक्स सहित प्रत्येक 45 कर्मियों की 18 स्व-निहित विशेषज्ञ खोज और बचाव दल हैं। सभी 16 बटालियनों को प्राकृतिक और साथ ही मानव निर्मित आपदाओं का जवाब देने के लिए सुसज्जित और प्रशिक्षित किया गया है। बटालियनों को रासायनिक,
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