1. दिगम्बर जैन तीर्थ श्रीमहावीरजी- जैन धर्मावलंबियों की आस्था का प्रमुख केंद्र यह मंदिर करौली जिला मुख्यालय से 29 किमी दूर श्री महावीरजी नामक स्थान पर स्थित है। यह मंदिर संपूर्ण भारत के जैन धर्म के पवित्र स्थानों में से एक है। गंभीर नदी के तट पर स्थित इस मंदिर में जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर महावीर स्वामी की प्रतिमा स्थापित है। यह मंदिर प्राचीन व आधुनिक जैन वास्तुकला का अनुपम संगम है। यह मंदिर मूल रूप से सफेद व लाल पत्थरों से बना है तथा इसमें चारों ओर छत्रियाँ बनी हुई हैं। इस विशालकाय मंदिर के ऊँचे धवल शिखर को स्वर्ण कलशों से सजाया गया है। इसमें अन्य जैन तीर्थंकरों की भव्य मूर्तियाँ भी प्रतिष्ठित हैं। मंदिर की दीवारों पर की गई स्वर्ण पच्चीकारी इसके स्वरूप को अत्यंत कलात्मक स्वरूप प्रदान करती है। मंदिर के सामने सफेद संगमरमर से बने ऊँचा भव्य मानस स्तंभ में महावीर की मूर्ति है। कहा जाता है कि भगवान महावीर की यह प्रतिमा यहाँ खुदाई मेँ एक व्यक्ति को प्राप्त हुई थी। प्रतिमा के उद्भव स्थल पर चरण चिह्न एक सुंदर छत्री मेँ प्रतिष्ठित हैं। छत्री के सम्मुख ही प्रांगण में 29 फुट
राजस्थान की कला, संस्कृति, इतिहास, भूगोल व समसामयिक तथ्यों के विविध रंगों से युक्त प्रामाणिक एवं मूलभूत जानकारियों की वेब पत्रिका "The web magazine of various colours of authentic and basic information of Rajasthan's Art, Culture, History, Geography and Current affairs